पढ़ाई के लिए मलाला को मारी थी गोली, अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मिली डिग्री; मनाया जश्न
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई ने ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री की पढ़ाई पूरी कर ली है।
लंदन, एजेंसियां। सबसे कम उम्र में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई ने ब्रिटेन की प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री की पढ़ाई पूरी कर ली है। उन्होंने शुक्रवार को जश्न मनाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा का समर्थन करने के कारण तालिबान आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी थी। इस घटना के बाद मलाला विश्व में तालिबानी क्रूरता के शिकार लोगों का प्रतीक बन गईं। अखबार रिपोर्ट के मुताबिक, मलाला ने अपनी भावना व्यक्त करने के लिए ट्विटर पर अपने परिवार के साथ केक काट कर जश्न मनाने का तस्वीर को साझा किया।
परिवार के साथ मनाया जश्न
वर्ष 2014 में मात्र 17 साल की उम्र में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था। ऑक्सफोर्ड के लेडी मारग्रेट हाल कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने वाली मलाला ने ट्विटर पर दो तस्वीरें साझा की हैं। इनमें उन्हें अपने परिवार के साथ डिग्री पूरी होने की खुशी मनाते देखा जा सकता है। उन्होंने ट्वीट में कहा, 'मैंने ऑक्सफोर्ड से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र से डिग्री पूरी कर ली है। जिसकी मुझे बहुत ज्यादा खुशी है। मुझे नहीं पता कि आगे क्या है, फिलहाल तो मैं नेटफ्लिक्स देख रही हूं, पढ़ाई कर रही हूं और सो रही हूं।'
Hard to express my joy and gratitude right now as I completed my Philosophy, Politics and Economics degree at Oxford. I don’t know what’s ahead. For now, it will be Netflix, reading and sleep. 😴 pic.twitter.com/AUxN55cUAf— Malala (@Malala) June 19, 2020
एक फोटो में मलाला अपने परिवार के साथ बैठी दिख रही हैं और उनके सामने केक रखा हुआ है। मलाला यूसुफजई ने पहली बार ग्रेजुएशन की डिग्री की पढ़ाई पूरी होने की खबर आठ जून को साझा की थी, जब उन्होंने यूट्यूब विशेष के डियर क्लास ऑफ2020 में भाग लिया था। उन्होंने उस समय बताया था कि उन्हें अभी चार और परीक्षाएं देनी हैं।
महिलाओं की शिक्षा के लिए अभियान चलाने पर मार दी थी गोली
तालिबान आतंकियों ने दिसंबर, 2012 में मलाला के सिर में गोली मार दी थी। उत्तरी पाकिस्तान में स्वात घाटी में उन्होंने महिलाओं की शिक्षा के लिए अभियान चलाया था। बुरी तरह जख्मी हालत में उन्हें पाकिस्तान में एक सैन्य अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक एयर लिफ्ट किया गया और बाद में इलाज के लिए ब्रिटेन ले जाया गया था। इस हमले के बाद तालिबान ने कहा था कि यदि मलाला बच जाती है तो वे लोग उसे फिर से निशाना बनाएंगे।