टूटने से बचा लंदन स्थित ऐतिहासिक इंडिया क्लब, काउंसिल ने मांग खारिज की
पारसी मूल के एडगर मार्कर, उनकी पत्नी फ्रेनी और बेटी फीरोजा 1997 से इस क्लब को चला रहे हैं। 2016 में इसे गिराए जाने की खबर आने के बाद से पूरा परिवार इसे बचाने का अभियान चला रहा था।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन में 20वीं सदी के तीसरे और चौथे दशक के दौरान भारतीय स्वंतत्रता आंदोलन का प्रमुख केंद्र रहा इंडिया क्लब टूटने से बच गया है। यह क्लब यहां स्ट्रैंड कांटिनेंटल होटल के 26वें माले पर स्थित है। इसका स्वामित्व रखने वाली मार्सटन प्रॉपर्टीज ने नया होटल बनाने के लिए वेस्टमिंस्टर सिटी काउंसिल से क्लब तोड़ने की इजाजत मांगी थी। लेकिन काउंसिल ने सर्वसम्मति से उनकी मांग खारिज कर दी।
काउंसिल ने मंगलवार को अपने फैसले में कहा, 'सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण होने के साथ ही यहां की आधुनिक जीवनशैली में भी इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसलिए इसे तोड़ने का प्रस्ताव खारिज किया जाता है।' भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला इंडिया लीग पिछले कई महीनों से इस क्लब को बचाने के लिए अभियान चला रहा था। उसने इसके समर्थन में 26 हजार हस्ताक्षर भी जुटाए थे।
क्लब की प्रबंधक फीरोजा मार्कर ने परिषद के फैसले पर खुशी जताई है। पारसी मूल के एडगर मार्कर, उनकी पत्नी फ्रेनी और बेटी फीरोजा 1997 से इस क्लब को चला रहे हैं। 2016 में इसे गिराए जाने की खबर आने के बाद से पूरा परिवार इसे बचाने का अभियान चला रहा था। उन्होंने इस क्लब को ऐतिहासिक स्थल घोषित करने की भी अपील की है। उनकी अपील पर फैसला अभी ब्रिटेन सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ कल्चर, मीडिया एंड स्पोर्ट्स में लंबित है। क्लब की स्थापना ब्रिटेन में भारत के पहले उच्चायुक्त कृष्णा मेनन के नेतृत्व में हुई थी। इसे बचाने के लिए सांसद शशि थरूर के साथ ब्रिटेन के कई भारतीय और ब्रिटिश सांसद आगे आए थे।
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