ब्रिटेन में चुनाव से पहले दूसरे साइबर हमले का शिकार हुई लेबर पार्टी, चुनाव प्रचार हुआ प्रभावित
चुनावी रैली में लेबर पार्टी के नेता कॉर्बिन ने कहा कि सोमवार को हुआ यह हमला बहुत ही खतरनाक था भले ही उसे विफल कर दिया गया।
लंदन, एएफपी। ब्रिटेन में आम चुनावों पर साइबर हमले का साया मंडराने लगा है। मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी ने मंगलवार को कहा कि उसके डिजिटल प्लेटफार्म पर दो दिन में दो बड़े साइबर हमले हुए हैं। लेकिन उसके डाटा सुरक्षित हैं। हालांकि, उसके चुनाव प्रचार मामूली प्रभाव पड़ा है। संसदीय चुनाव के लिए अगले महीने की 12 तारीख को मतदान होना है।
समाजवादी नेता जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी ने कहा कि उसकी वेब सर्विस को बाधित करने की कोशिश की गई। फर्जी मेल के जरिए उसकी वेबसाइट को ठप करने की कोशिश की गई।
व्यापक पैमाने पर किया गया हमला
इससे पहले मंगलवार को दिन में पार्टी ने एक बयान में कहा था कि उसके डिजिटल प्लेटफार्म पर आधुनिक और व्यापक पैमाने पर साइबर हमला किया गया है। लेकिन पार्टी के तुरंत कार्रवाई करने और उसके सख्त सुरक्षा प्रणालियों के चलते हमला सफल नहीं हुआ। डिजिटल प्लेटफार्म को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है और पार्टी को यकीन है कि उसके डाटा भी सुरक्षित हैं। हालांकि, पार्टी ने कहा है कि हमले के चलते उसका प्रचार कुछ धीमा हुआ, जिसे मंगलवार सुबह तक वापस ठीक कर लिया गया।
बाद में एक चुनावी रैली में कॉर्बिन ने कहा कि सोमवार को हुआ यह हमला बहुत ही खतरनाक था, भले ही उसे विफल कर दिया गया। लेकिन अगर यह आगामी चुनाव का संकेत है तो वह बहुत हताश हैं। चुनाव के दौरान एक राजनीतिक दल पर साइबर हमला संदेह पैदा करता है और यह बहुत चिंता का विषय है।
रूसी दखल पर रिपोर्ट को छिपाने की हिलेरी ने की आलोचना
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने ब्रिटेन के चुनावी मामले में रूस के दखल पर रिपोर्ट नहीं जाने करने पर बोरिस जॉनसन सरकार की आलोचना की है।
बीबीसी पर सोमवार को प्रसारित इंटरव्यू में क्लिंटन ने कहा कि लोगों के लिए यह जानना जरूरी है कि रिपोर्ट में क्या है। संसद की खुफिया एवं सुरक्षा समिति ने जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है।
कंजरवेटिव पार्टी को करना पड़ा शर्मिंदगी का सामना
बोरिस सरकार का कहना है कि आम लोगों के लिए रिपोर्ट जारी करने पर उसने अभी फैसला नहीं है। लेकिन आलोचकों का कहना है कि रिपोर्ट को चुनाव तक दबा दिया गया है, क्योंकि उसे जारी किया जाता है तो प्रधानमंत्री जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा।
क्लिंटन ने कहा कि वह यह जानकर हैरान हैं कि यह सरकार रिपोर्ट नहीं जारी कर रही है। इस देश के हर मतदाता को यह हक है कि वह मतदान से पहले जाने कि इस रिपोर्ट में क्या है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में क्लिंटन को भी साइबर हमले का सामना करना पड़ा था। आरोप लगा था कि रूसी साइबर हमलावरों ने क्लिंटन को हराने के लिए काम किया। इस मामले की जांच भी हुई थी।