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जानिए कोरोना वायरस के खौफ के बीच सरकारों की ओर से बनाए गए अजीबोगरीब नियम कानून

दुनियाभर के देशों ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अपने यहा लॉकडाउन के लिए अलग-अलग नियम लागू कर रखे हैं। कहीं शब्द बोलने पर पाबंदी है तो कहीं घर से बाहर निकलने पर आड-इवन लागू है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 06:16 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 06:56 AM (IST)
जानिए कोरोना वायरस के खौफ के बीच सरकारों की ओर से बनाए गए अजीबोगरीब नियम कानून
जानिए कोरोना वायरस के खौफ के बीच सरकारों की ओर से बनाए गए अजीबोगरीब नियम कानून

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दुनिया के तमाम देश इन दिनों कोरोना के कहर से बचने का रास्ता खोज रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन के अनुसार वो इस संक्रामक बीमारी से पार पाना चाहते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए उस देश की सरकारों की ओर से तमाम तरह के नियम कानून भी बनाए जा रहे हैं। कुछ देश जुर्माना लगा रहे हैं तो किसी देश के प्रधानमंत्री ने सख्ती दिखाते हुए गोली मारने तक के आदेश जारी कर दिए हैं। स्थानीय मीडिया इस तरह की खबरों को प्रमुखता से कवर कर रहे हैं। इस खबर के माध्यम से हम आपको बता रहे हैं कि दुनिया के कुछ देशों में लाक डाउन के दौरान लगाए गए अलग-अलग नियम कानून।

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- फिलीपींस

लाकडाउन का पालन कराने के लिए सबसे सख्त आदेश फिलीपींस के राष्ट्रपति फिलीपींस के राष्ट्रपति (Philippine President) रोड्रिगो दुतेर्ते (Rodrigo Duterte) ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को सख्त चेतावनी जारी की है। उन्‍होंने सेना और पुलिस को निर्देश दिया है कि दूसरों की जान को आफत में डालने वालों को शूट कर दिया जाए। 

राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते (Rodrigo Duterte) ने लोगों द्वारा लॉकडाउन का पालन नहीं करने और स्वास्थ्यकर्मियों से दुर्व्यवहार की रिपोर्टें सामने आने के बाद यह सख्‍त रुख अख्‍त‍ियार किया है। उन्‍होंने लॉकडाउन का उल्‍लंघन करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि सभी के लिए लॉकडाउन और क्‍वारंटाइन के नियमों का पालन करना जरूरी है। लॉकडाउन में समस्या पैदा करना और मेडिकल स्‍टॉफ से दुर्व्यवहार करना एक गंभीर अपराध है जिसे बर्दाश्‍त नहीं किया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि दूसरों की जान को खतरे में डालने वालों को शूट कर दिया जाए।  

- थाईलैंड

थाईलैंड सरकार ने लॉकडाउन को अमल में लाने के लिए शुक्रवार से कर्फ्यू लागू कर दिया है। प्रधानमंत्री की ओर से यहां शुक्रवार से इसे लागू करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। इस निर्देश में उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए ये कदम उठाए जा रहे हैं और सभी को इसका पालन करना होगा।

- पनामा

सेंट्रल अमेरिका के इस देश में लॉकडाउन किसी भी दूसरे देश की तुलना में थोड़ा हटकर है। यहां जेंडर के आधार पर लॉकडाउन की घोषणा की गई है। पनामा में लॉकडाउन तो है लेकिन लोग जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए बाहर निकल सकते हैं, लेकिन उसके लिए जेंडर आधारित शर्तें हैं। मसलन, यहां सप्ताह के कुछ दिन महिलाओं के लिए निर्धारित किए गए हैं और कुछ दिन पुरुषों के लिए। महिलाएं सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दो घंटे के लिए घर से बाहर निकल सकती हैं। पुरुषों के लिए मंगलवार, गुरुवार और शनिवार का दिन तय है जबकि रविवार को किसी के भी बाहर निकलने पर प्रतिबंध है।

- कोलंबिया

कोलंबिया में भी लॉकडाउन के दौरान लोगों के जरूरी कामों के लिए बाहर निकलने के लिए अलग ही नियम है। यहां नेशनल आइडी के तौर पर मिले ऑड और इवन नंबरों के आधार पर बाहर निकलने की अनुमति है। यहां कुछ कस्बों में लोगों को उनकी नेशनल आईडी पर अंकित अंतिम नंबर के आधार पर बाहर निकलने की अनुमति है। उदाहरण के तौर पर बैरानकैबरमेजा में रहने वाले जिन नागरिकों की आईडी नंबर 0,4,7 पर ख़त्म होता है वे सोमवार को खरीदारी के लिए जा सकते हैं। वहीं जिनकी आईडी में 1,5,8 आखिरी संख्या है वे मंगलवार को शॉपिंग के लिए निकल सकते हैं। आने वाले समय में संभव है कि बोलिविया में भी यही नियम दिखाई दे।

- तुर्कमेनिस्तान

इस देश ने कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए एकदम अलग कदम उठाया गया है। इस देश में कोरोना वायरस शब्द पर ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। तुर्कमेनिस्तान क्रॉनिकल की खबर के अनुसार, सरकार ने अपने हेल्थ इंफार्मेशन ब्रोशर्स से इस शब्द को ही हटा दिया है। रेडियो अजतलाइक में काम करने वाले पत्रकारों के मुताबिक, देश में जिस भी किसी को कोरोना वायरस के बारे में बात करते या मास्क पहनकर घूमते पाया जाएगा उसे गिरफ्तार किया जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि यहां अभी तक कोविड-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया है जबकि इसकी सीमा ईरान से लगती है जो दुनिया के सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है।

- सर्बिया

सर्बिया में नियम एकदम अलग है। यहां घर में पालतू जानवरों को बाहर घुमाने के लिए भी समय तय किया गया है। लोगों की भीड़ ना जुटे इसके लिए सर्बिया में 'डॉग-वॉकिंग आवर' लागू किया गया है। जिसमें रात 8 बजे से 9 बजे तक का समय कुत्तों को टहलाने के लिए तय किया गया था। इस नियम का विरोध हुआ तो सरकार ने इसे वापस ले लिया। 

दरअसल एक पशु चिकित्सक ने बताया था कि अगर कुत्तों को शाम को टहलाया नहीं जाए तो उनमें कई तरह की बीमारियां पैदा हो जाएंगी। खासतौर पर यूरिन से जुड़ी समस्याएं। इसके चलते जिन घरों में वो रह रहे हों वहां रहने वालों को भी संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाएगा। इस वजह से ये चीज शुरू की गई मगर बाद में इसे वापस ले लिया गया।

- स्वीडन

स्वीडन में अभी तक 4500 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। सरकार को उम्मीद है कि लोग समझदारी की परिचय देंगे और सही कदम ही उठाएंगे। बीते रविवार से यहां 50 से अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध है। 16 साल से कम उम्र के बच्चों के स्कूल भी खुले हुए हैं। पब और रेस्त्रां अभी भी टेबल सर्विस दे रहे हैं और बहुत से लोग अभी भी सोशलाइजिंग कर रहे हैं, जैसे वो पहले किया करते थे। यहां सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन शुरू नहीं किया गया है।

- मलेशिया

इस देश में आंशिक लॉकडाउन है। कुछ दिन पहले मलेशिया सरकार ने एक आदेश जारी किया था जिसमें लिखा गया था कि घर से काम करने वाली महिलाएं सज संवर कर रहें, इस दौरान वो अपने पतियों पर व्यंग्य न करें और उनको परेशान न करें। सरकार के इस पोस्टर की काफी आलोचना हुई, इसके बाद सरकार को अपनी दी गई एक सलाह के लिए माफी मांगनी पड़ी। सोशल मीडिया पर भारी विरोध के बाद सरकार ने इसे हटा लिया।

- ऑस्ट्रिया

ऑस्ट्रिया ने अपने यहां सुपर मार्केट में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। हालांकि बीते कुछ सप्ताह में मास्क पहनकर घूमते लोगों को देखा जाना सामान्य सा हो गया है लेकिन ऑस्ट्रिया दुनिया का वो चौथा देश है जिसने अपने यहां सार्वजनिक स्थल पर मास्क पहनने को अनिवार्य कर दिया है। इससे पहले चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और हर्जेगोविना अपने यहां इसे अनिवार्य कर चुके हैं। यहां लॉकडाउन तो लागू  नहीं है मगर एहतियात बरतने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं।  


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