ब्रिटेन में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए असांजे पर होनी है सुनवाई
जून 2012 में यौन उत्पीड़न मामले में स्वीडन प्रत्यर्पण से बचने के लिए 46 वर्षीय असांजे ने इक्वाडोर दूतावास में शरण ली।
लंदन (रायटर्स)। विकीलीक्स के फाउंडर जुलियन असांजे के मामले में मंगलवार को सुनवाई होगी। असांजे लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास से बाहर निकलते हैं तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। वह 2012 से ही वहां रह रहे हैं। ब्रिटेन की अदालत ने कहा है कि 2012 में मशहूर वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ जारी गिरफ्तारी का वारंट अभी भी बरकरार है।
वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत की मुख्य मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनॉट ने तर्क दिया कि वह असांजे के वकीलों के ‘इस बात से सहमत नहीं है कि वारंट वापस ले लिया जाना चाहिए।’
असांजे पर आरोप है कि स्वीडन प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए उन्होंने जमानत की शर्तें तोड़ीं और दूतावास में शरण ली। इक्वाडोर ने ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुए असांजे को अपनी नागरिकता दे दी है। बता दें कि इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को ‘विरासत में मिली समस्या' करार दिया जिन्होंने उनकी सरकार के लिए ‘परेशानी से अधिक समस्या' उत्पन्न किया है।
जून 2012 में यौन उत्पीड़न मामले में स्वीडन प्रत्यर्पण से बचने के लिए 46 वर्षीय असांजे ने इक्वाडोर दूतावास में शरण ली। हालांकि असांजे इस आरोप से इंकार करते हैं। पिछले साल मई में स्वीडन का मामला खत्म हो गया लेकिन ब्रिटेन के बास अभी भी असांजे की गिरफ्तारी का वारंट है।
पिछले सप्ताह यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे असांजे की गिरफ्तारी के वारंट को वापस करने की अपील को अदालत ने रद्द कर दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद अगर असांजे इक्वाडोर के दूतावास से बाहर आते हैं तो उनकी फौरन गिरफ्तारी हो सकती है।