अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का आगाज: ब्रिटिश संसद परिसर में गूंजे गीता के श्लोक
महोत्सव की शुरुआत में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि से हुआ। उपस्थित लोगों ने एक मिनट का मौन रखकर शोक जताया।
बिजेंद्र बंसल, लंदन। यूनाइटेड किंगडम (यूके) के हाउस ऑफ कॉमंस परिसर स्थित सभागार में भगवत गीता के श्लोकोच्चारण व शंखनाद के बीच तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में यूके की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के वाइस चेयरमैन पॉल स्कल्ली और विशेष अतिथि हरियाणा के उद्योगमंत्री विपुल गोयल मौजूद थे।
इस दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गीता शांति और सद्भाव की प्रेरणा देने वाला धर्म और कर्म ग्रंथ है। अहं और महत्वाकांक्षा के त्याग में शांति और सद्भाव है। गीता केवल हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ ही नहीं है बल्कि यह विश्व के सभी धर्म-संप्रदाय के लोगों के लिए है।
गीता जीवन शास्त्र को समझने वाला ग्रंथ है। कर्तव्य पथ से कोई विचलित न हो यह संदेश भगवत गीता से मिलता है। महोत्सव का आयोजन हरियाणा सरकार, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड, हिंदू काउंसिल यूके, इंडो, ब्रिटिश ऑल पार्टी पार्लियामेट्री ग्रुप सहित जीयो गीता के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
महोत्सव की शुरुआत में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि से हुआ। उपस्थित लोगों ने एक मिनट का मौन रखकर शोक जताया। उद्योगमंत्री विपुल गोयल और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, हरियाणा के राज्यपाल के सचिव विजय दहिया ने यूके के हाउस ऑफ कॉमंस परिसर में श्रद्धापूर्वक स्थापित करने के लिए यूके के संसद सदस्य वीरेंद्र शर्मा को भागवत गीता की प्रति सौंपी।
कार्यक्रम में लंदन साउथ ऑल से एमपी नरेंद्र शर्मा, स्वामी धर्म देव जी महाराज, भारतीय उच्चायुक्त रूचि घनश्याम, बांग्लादेश की राजदूत सइदा मुना तसनीम, मारीशस के राजदूत गिरीश नानक, बाबा भूपेंद्र सिंह, नेपाल के राजदूत दुर्गा बहादुर समेत हरियाणा के कई अधिकारी भी मौजूद थे।
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