भारत ने कहा, पाकिस्तान को रिश्ते सुधारने के लिए उठाने होंगे ये कदम, नहीं तो...
अगर इस्लामाबाद भारत के साथ रिश्तों में सुधार चाहता है तो उसे सबसे पहले उन भारतीयों को सौंपना होगा जिन पर भारतीय शहरों मे आतंकी हमले के आरोप हैं।
लंदन, प्रेट्र। पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते तब तक मुश्किल दौर में बने रहेंगे, जब तक वह भारत के खिलाफ खुलेआम आतंकी गतिविधियां चलाता रहेगा। अगर इस्लामाबाद भारत के साथ रिश्तों में सुधार चाहता है तो उसे सबसे पहले उन भारतीयों को सौंपना होगा जिन पर भारतीय शहरों मे आतंकी हमले के आरोप हैं। आतंकी हमलों के ये आरोपी भारत से फरार होकर पाकिस्तान में रह रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के घोषित आतंकी दाऊद इब्राहीम की ओर इशारा करते हुए यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फ्रांसीसी अखबार ले मॉन्डे से साक्षात्कार में कही है।
इसके बिना पाक से संबंध नहीं हो सकते सामान्य
जयशंकर ने कहा, पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते कई वर्षों से मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि पाकिस्तान ने आतंकियों को पैदा करने वाला उद्योग सरीखा सिस्टम तैयार कर रखा है। पाकिस्तान इन आतंकियों को भारत में निर्दोषों पर हमले के लिए भेजता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी इस सत्य को स्वीकार किया है। भारतीय विदेश मंत्री अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के द्विपक्षीय रिश्ते पर आए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। जयशंकर ने पलटकर सवाल किया, बताइए कौन सा देश अपने उस पड़ोसी से कैसे संबंध सामान्य बनाएगा जो आतंकी तैयार कर निर्दोषों पर हमले के लिए भेजता हो।
आरोपियों को दे रहा हर तरह की सुविधा
जयशंकर ने कहा, भारत में आतंकी हमले के तीन मुख्य आरोपी पाकिस्तान में वर्षों से छिपे बैठे हैं। पाकिस्तान इन आरोपियों को हर तरह की सुविधा दे रहा है। विदेश मंत्री का इशारा अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहीम की ओर था। दाऊद पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ मिलकर मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाके कराने का आरोप है जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी उसे दुनिया के वांछित आतंकियों की सूची में रखा हुआ है। लेकिन पाकिस्तान उसे अपने देश में छिपे होने से इन्कार करता है।
कश्मीर के हालात में हो रहा लगातार सुधार
जम्मू-कश्मीर मामले पर जयशंकर ने कहा, अगस्त में हुए सुधारों के बाद वहां पर हालात में लगातार सुधार हो रहा है। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद ऐहतियात के तौर पर बंदिशों के जो कदम उठाए गए थे, ज्यादातर हटा लिए गए हैं। टेलीफोन, मोबाइल समेत सभी तरह की सरकारी सेवाएं सामान्य हैं। कारोबारी गतिविधियां गति पकड़ रही हैं। जनजीवन पटरी पर लौट रहा है।