ब्रेक्जिट पर ब्रिटेन में घमासान जारी, विरोध में मंत्री का इस्तीफा
ब्रेक्जिट पर एक और जनमत कराने की मांग करते हुए जो जॉनसन ने टेरीजा मे सरकार से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया।
लंदन, रायटर। ब्रेक्जिट समझौते को लेकर ब्रिटेन में सियासी घमासान मचा है। ब्रेक्जिट पर एक और जनमत कराने की मांग करते हुए जो जॉनसन ने टेरीजा मे सरकार से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि टेरीजा मे के ब्रेक्जिट समझौते से देश गुलामी की अवस्था में चला जाएगा और देश में अफरा तफरी मच जाएगी।
वहीं, मे की सरकार को समर्थन देने वाली उत्तरी आयरलैंड की डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (डीयूपी) ने ब्रेक्जिट समझौते पर टेरीजा मे सरकार की बातचीत को विश्वासघात करार दिया है। डीयूपी ने साफ कर दिया है कि वह ब्रिटेन को विभाजित करने वाले किसी भी समझौते का समर्थन नहीं करेगी।
पूर्व पत्रकार और टेरीजा मे सरकार में जूनियर परिवहन मंत्री जॉनसन ने पद से त्यागपत्र देने के बाद कहा कि ब्रिटेन दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़े संकट के मुहाने पर खड़ा है। जॉनसन ने 2016 में ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग होने के खिलाफ वोट किया था।
वहीं, ब्रेक्जिट समझौते में उत्तरी आयरलैंड के बीच सीमा खींचने की खबरों पर डीयूपी ने प्रधानमंत्री मे को सख्त चेतावनी दी है। ईयू से औपचारिक रूप से ब्रिटेन के अलग होने में अब पांच महीने ही बचे हैं। अगले साल 29 मार्च को ब्रिटेन को पूरी तरह से ईयू से अलग होना है। लेकिन वार्ताकार अभी ब्रिटेन प्रशासित उत्तरी आयरलैंड और ईयू के सदस्य आयरलैंड के बीच सीमा के निर्धारण के लिए बैक अप योजना को लेकर ही उलझे हुए हैं।
दैनिक टाइम्स के मुताबिक इस साल मई में टेरीजा मे ने एक पत्र के जरिये यह वादा किया था कि वह यूके के विभाजन को कभी अमल में नहीं आने देंगी। डीयूपी ने उनके पत्र से यह मतलब निकाला है कि फाइनल समझौते में इस तरह का क्लाज जोड़ा जाएगा। डीयूपी ने कहा है कि प्रधानमंत्री का पत्र उन लोगों के लिए खतरे की घंटी है जो ईयू से पूरे ब्रिटेन को अलग होते देखना चाहते हैं।