ई सिगरेट पीते हैं तो श्वास नली में जमा होगा कफ, पढ़े ये खबर
यदि आप ई सिगरेट पी रहे हैं और ये समझ रहे हैं कि कोई नुकसान नहीं होगा तो आप गलत है। रिसर्च में सामने आया है कि ई सिगरेट पीने से श्वास नली से बलगम निकलने में समस्या होगी।
नई दिल्ली, एजेंसी। यदि आप ई सिगरेट पीते हैं और ये समझते हैं कि आपको कोई समस्या नहीं होगी तो ये गलत है। अमेरिका के वैज्ञानिकों ने एक खोज की है। इसमें ये पाया गया है कि यदि कोई ई सिगरेट पीता है तो उसकी श्वास नली में बलगम निकलना मुश्किल हो जाएगा। यदि बलगम बाहर नहीं निकलेगा तो इससे दूसरी तरह की बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। सिगरेट के साथ पिया जाने वाला निकोटीन गले में जमा हो जाता है और वो श्वास नली में समस्या करता है।
दरअसल इन दिनों ई सिगरेट का काफी चलन है, ध्रुमपान करने वाले ये सोचकर ई सिगरेट पी रहे हैं कि उनको इससे अधिक नुकसान नहीं है। यदि फिल्टर वाली सिगरेट पीते हैं तो इससे उनको अधिक नुकसान होता है। सिगरेट बनाने वाली कंपनियों ने अब ई सिगरेट बनाना शुरू कर दिया। अब वैज्ञानिकों ने इस पर भी रिसर्च की, इसमें ई सिगरेट से होने वाले नुकसान के बारे में रिसर्च किया गया। वैज्ञानिकों ने पाया कि ध्रुमपान करने वाले जो लोग लगातार ई सिगरेट का सेवन करते हैं उनके श्वास की नली पर असर पड़ता है। ई-सिगरेट में मौजूद निकोटीन की श्वास नली से बलगम (कफ) को बाहर निकलने में बाधक बनता है, जिससे संक्रमण खतरा बढ़ सकता है।
रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि श्वास नली की कोशिकाओं को निकोटीन युक्त ई-सिगरेट के संपर्क में लाने से उसकी सतह पर जमा हुए बलगम बाहर नहीं निकल पाता। इसको ‘म्यूकोसिलिक डिसफंक्शन’ कहा जाता है।
अमेरिका के कंसास और मियामी यूनिवर्सिटी और माउंट सिनाई मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने एक भेड़ पर निकोटीन का परीक्षण कर यह दावा किया है। शोधकर्ताओं ने बताया कि जब उन्होंने भेड़ की श्वास नली पर तंबाकू के धुंए के प्रभावों की जांच की तो पाया कि उसका बलगम एक ही जगह पर जम गया। इस रिसर्च के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि निकोटीन का इस्तेमाल चाहे जिस रूप में किया जाए वो शरीर को नुकसान पहुंचाती ही है। ई सिगरेट भी इसी तरह से श्वास नली को नुकसान पहुंचाती है जिससे बलगम निकलने में समस्या होती है।
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