Coronavirus :सावधान, हाई ब्लड शुगर बढ़ा देता है कोविड-19 से मौत का खतरा
कोविड-19 के ऐसे मरीज जिनका ब्लड शुगर बढ़ गया हो उनमें इस संक्रमण के कारण जान जाने का खतरा बढ़ जाता है।
पेरिस, एएफपी। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच हाई ब्लड शुगर के जूझ रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कोविड-19 के ऐसे मरीज जिनका ब्लड शुगर बढ़ गया हो, उनमें इस संक्रमण के कारण जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। यह खतरा उन लोगों में भी रहता है, जिन्हें पहले से डायबिटीज नहीं है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है।
अध्ययन के मुताबिक, ऐसे लोगों में संक्रमण ज्यादा गंभीर हो जाता है। चीन के टोंगजी मेडिकल कॉलेज के वैज्ञानिकों ने बताया कि हाल के अध्ययनों में ब्लड शुगर बढ़ने और कोविड के कारण शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों का संबंध सामने आया है। हालांकि, अभी अस्पताल में भर्ती के समय फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल और कोविड के मरीज की सेहत के बीच सीधा संबंध स्थापित नहीं हो पाया है।
विज्ञान पत्रिका डायबिटोलोजिया में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने चीन के दो अस्पतालों में भर्ती के समय कोविड-19 के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल मापा और अगले 28 दिन में जान गंवाने वाले मरीजों का मुआयना किया। वैज्ञानिकों ने कहा, 'अध्ययन के डाटा से यह निष्कर्ष निकला है कि कोविड-19 के मरीजों को भले ही पहले से डायबिटीज नहीं हो, लेकिन उन्हें ब्लड शुगर लेवल पर नजर रखनी चाहिए। कोविड-19 के बहुत से मरीजों में ग्लूकोज मेटाबोलिक डिसऑर्डर के लक्षण देखे गए हैं।'
अध्ययन में कुल 605 मरीजों को शामिल किया गया था। इनमें से 114 की मौत हो गई थी। मरीजों की औसत आयु 59 साल थी और इनमें से 322 पुरुष व बाकी महिलाएं थीं। इनमें से 208 व्यक्तियों को एक या ज्यादा बीमारियां पहले से थीं, लेकिन डायबिटीज नहीं था। ज्यादातर मरीज हाई ब्लड प्रेशर के शिकार थे। वैज्ञानिकों ने बताया कि एक तिहाई मरीजों में फास्टिंग ब्लड शुगर ज्यादा देखा गया। ऐसे लोगों में आगे चलकर टाइप-2 डायबिटीज होने की आशंका रहती है। अध्ययन में पाया गया कि सबसे ज्यादा फास्टिंग ब्लड शुगर वाले मरीजों में सबसे कम ब्लड शुगर वाले मरीजों की तुलना में जान जाने का खतरा 2.3 गुना तक बढ़ जाता है।