Coronavirus के खिलाफ लड़ाई, PM मोदी के नेतृत्व का लोहा मान रहे PoK और गिलगित के नेता
निर्वासन में रह रहे गुलाम कश्मीर (PoK) और गिलगित बल्टिस्तान के नेताओं ने कोरोना वायरस (COVID-19) के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ की है।
ग्लासगो, एएनआइ। निर्वासन में रह रहे गुलाम कश्मीर (PoK) और गिलगित बल्टिस्तान के नेताओं ने कोरोना वायरस ( COVID-19) के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ की है। ग्लासगो में रहने वाले पीओके के एक राजनीतिक नेता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा ने कहा, 'यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए रविवार को 'जनता कर्फ्यू' की घोषणा की है। मोदी के नेतृत्व पर गौर करना चाहिए।'
मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तान में स्थिति, नेतृत्व की कमी और कोई राष्ट्रीय कार्य योजना नहीं होने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर है। कोरोना के रोगियों को आइशोलेसन में रखने के लिए Pok में भेजा जा रहा है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। इससे क्षेत्र में वायरस तेजी से फैलेगा। चीन और गिलगित बाल्टिस्तान के बीच की सीमा को बंद किया जाना चाहिए।
मदद के लिए भारतीय डॉक्टरों और चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम बुलाई जानी चाहिए
मिर्जा ने आगे कहा कि क्वरेंटाइन सुविधाओं के साथ-साथ टेस्ट किटों की भी गंभीर कमी है। ओसामा नाम से गिलगित का एक युवा डॉक्टर मरीजों का इलाज करते हुए कोरोना वायरस के कारण जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। जिन अस्पतालों में कोरोना वायरस रोगियों को रखा जा रहा है, उनमें मूलभूत सुविधाओं जैसे कि पानी और शौचालय का अभाव है। मौजूदा परिस्थितियों में गिलगित बाल्टिस्तान और कारगिल के बीच की सीमा को खोला जाना चाहिए और हमारी मदद के लिए भारतीय डॉक्टरों और चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम बुलाई जानी चाहिए।
पीएम मोदी निभा रहे रचनात्मक और सहायक भूमिका
वाशिंगटन डीसी में रहने वाले गिलगित बाल्टिस्तान के एक राजनीतिक कार्यकर्ता सगेन हसन सेरिंग ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया, 'पीएम मोदी दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के नेता से उम्मीद के मुताबिक रचनात्मक और सहायक भूमिका निभा रहे हैं। विपक्षी दल भी जनता कर्फ्यू का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान चीन के शिनजियांग बहुत करीब है, लेकिन इसके निवासियों को ईरान से कोरोना वायरस का संक्रमण हो रहा है। जब पाकिस्तानी प्रांतों और पीओके के साथ तुलना की जाती है, तो जी-बी में जनसंख्या के आकार के अनुपात में सबसे अधिक सकारात्मक मामले होते हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार पाकिस्तान में अभी तक कोरोना वायरस के लगभग 700 मामले सामने आ गए हैं। वहीं तीन लोगों की मौत हो गई है।