Move to Jagran APP

जलवायु परिवर्तन और ब्रेक्जिट समेत कई अहम मुद्दों पर ब्रिटिश राजनेताओं ने दिए युवाओं के सवालों के जवाब

दर्शकों ने पैनल में शामिल राजनेताओं से पूछा कि जब उन्होंने अपना पहला घर खरीदा था तो उनकी उम्र क्या थी? इस पर ब्रेक्जिट पार्टी के निगेल फराज ने बताया कि उस समय वह 22 साल के थे।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 06:21 PM (IST)
जलवायु परिवर्तन और ब्रेक्जिट समेत कई अहम मुद्दों पर ब्रिटिश राजनेताओं ने दिए युवाओं के सवालों के जवाब
जलवायु परिवर्तन और ब्रेक्जिट समेत कई अहम मुद्दों पर ब्रिटिश राजनेताओं ने दिए युवाओं के सवालों के जवाब

लंदन, आइएएनएस। चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में ब्रिटेन के वरिष्ठ राजनेताओं ने टीवी पर एक बहस में युवा मतदाताओं के आवास, जलवायु परिवर्तन और ब्रेक्जिट से जुड़े सवालों के खुलकर जवाब दिए। यह बहस सोमवार को बीबीसी टीवी पर प्रसारित की गई। ब्रिटेन के पिछले कुछ चुनावों में युवाओं ने ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया है। वर्ष 2015 और 2017 के चुनाव में 18 से 20 आयुवर्ग के सिर्फ 40 से 50 फीसद वोटरों ने ही मतदान किया था। जबकि बीती सदी के सातवें दशक में यह आंकड़ा अस्सी फीसद तक था। ब्रिटेन में गुरुवार को मतदान होना है।

loksabha election banner

दर्शकों ने पैनल में शामिल राजनेताओं से पूछा कि जब उन्होंने अपना पहला घर खरीदा था तो उनकी उम्र क्या थी? इस पर ब्रेक्जिट पार्टी के निगेल फराज ने बताया कि उस समय वह 22 साल के थे। पैनल में शामिल वेल्स के नेता एडम प्राइज एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने सबसे अधिक 30 साल की उम्र में अपना घर खरीदा था।

जब फराज ने आवास से जुड़ी समस्याओं के लिए जनसंख्या वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया तो एसएनपी के यूसुफ हमजा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि ब्रेक्जिट नेता देश में होने वाली किसी भी समस्या के लिए आप्रवासियों को जिम्मेदार ठहरा देते हैं। सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के रॉबर्ट जेनरिक ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में लौटी तो वह घर खरीदने के लिए लोगों को मदद प्रदान करेगी।

मीट खाने पर नहीं लगाएंगे प्रतिबंध: कंजरवेटिव

एक युवा ने सवाल किया कि सरकार यह कैसे कह सकती है कि वह जलवायु परिवर्तन के प्रति गंभीर है जबकि पर्यावरण को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाने वाले मीट की खपत पर प्रतिबंध लगाने के बारे में कोई निर्णय नहीं ले रही। इस पर कंजरवेटिव पार्टी के रॉबर्ट जेनरिक ने कहा, हमारी पार्टी लोगों के मीट खाने पर प्रतिबंध नहीं लगाएगी। इसके बजाय पार्टी लोगों को सार्वजनिक परिवहन और ऊर्जा बचाने के उपायों के लिए प्रेरित करेगी। इस जवाब पर लिबरल डेमोक्रेट जो स्विनसन ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने तो जलवायु परिवर्तन विभाग ही समाप्त कर दिया और पवन ऊर्जा के लिए दी जा रही सब्सिडी को भी रोक दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.