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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने संसद में बहुमत खोया, विपक्ष खेमे में शामिल हुए पार्टी के सांसद

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पार्टी के सांसद फिलिप ली यूरोपीय संघ के समर्थक लिबरल डेमोक्रेट्स में शामिल हो गए।

By Manish PandeyEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 11:05 PM (IST)Updated: Wed, 04 Sep 2019 02:31 AM (IST)
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने संसद में बहुमत खोया, विपक्ष खेमे में शामिल हुए पार्टी के सांसद
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने संसद में बहुमत खोया, विपक्ष खेमे में शामिल हुए पार्टी के सांसद

लंदन, रायटर। ब्रेक्जिट पर अहम मतदान से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को संसद में अपना बहुमत खो दिया। उनकी पार्टी के सांसद फिलिप ली यूरोपीय संघ के समर्थक लिबरल डेमोक्रेट्स में शामिल हो गए। जॉनसन जब संसद में भाषण दे रहे थे, उसी दौरान फिलिप ली विपक्ष के खेमे में चले गए। इससे बिना समझौते ब्रेक्जिट को रोकने के लिए विपक्ष के बिल के पारित होने की संभावना बढ़ गई है। इस घटनाक्रम के बाद प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा है कि वह ब्रेक्जिट पर कानून का पालन करेंगे।

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प्रधानमंत्री जॉनसन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्ष बिना समझौते के यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के निकलने पर रोक के लिए बुधवार को संसद में बिल पेश करने की तैयारी में है। फिलिप ली के दल बदलने से अब इस बिल पर संसद की मुहर लगने की संभावना बढ़ गई है। अगर यह कानून पास हो जाता है तो जॉनसन को ब्रेक्जिट के लिए यूरोपीय संघ से समय बढ़ाने की मांग करनी पड़ेगी। विपक्ष लेबर पार्टी के सांसद ने जब इसको लेकर जॉनसन से सवाल किया कि अगर बिल पास हो जाता है तो सरकार उसका पालन करेगी, जॉनसन ने कहा कि निश्चित रूप से हम संविधान का पालन करेंगे और कानून को मानेंगे। हालांकि, उन्होंने सांसदों से बिल का विरोध करने का अनुरोध किया। इससे पहले उन्होंने सोमवार को कहा था कि अगर ब्रेक्जिट पर रूकावट पैदा की जाती है तो वह मध्यावधि चुनाव करा सकते हैं।

ली ने सरकार पर लगाए आरोप
वहीं, फिलिप ली ने एक बयान में कहा कि कंजरवेटिव पार्टी की सरकार आत्मघाती तरीके से ब्रेक्जिट पर आगे बढ़ रही है। सरकार लोगों के जीवन और आजीविका के साथ ही देश की एकता को बेवजह खतरे में डाल रही है। लिबरल डेमोक्रोट्स ने एक बयान में कहा कि ब्रैकनेल सांसद फिलिप ली के पार्टी में शामिल होने से हम खुश हैं।

अलगाव की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर
यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर है। लेकिन अभी तक अलगाव की शर्तो को लेकर दोनों पक्षों में बात नहीं बन पाई है। इसी मसले को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा मे को अपना पद छोड़ना पड़ा था।

ब्रिटेन को होगा भारी नुकसान
संयुक्त राष्ट्र की व्यापार एजेंसी यूएनसीटीएडी ने कहा है कि अगर बिना किसी समझौते के ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होता है तो उसे कम से कम 16 अरब डॉलर (लगभग एक लाख करोड़ रुपये) का प्रत्यक्ष नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके अलावा अप्रत्यक्ष और अन्य बाजार को मिलाकर इससे कहीं ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

ईयू ने बिना समझौता ब्रेक्जिट के लिए तैयार रहने को कहा
समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक ब्रुसेल्स में यूरोपीय आयोग की प्रवक्ता मीना अंद्रीवा ने यूरोपीय संघ के लोगों और कारोबारियों से बिना किसी समझौते के ब्रिटेन के अलह होने की स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है।

उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने का अनुमान है। यह भी संभावना है कि ब्रिटेन बिना किसी समझौते के ही अलग हो जाए। इसीलिए लोगों से इस स्थिति के लिए भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सबसे बेहतर विकल्प तो यही है कि ब्रिटेन पहले हुए समझौते के आधार पर संघ से अलग हो।

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