ब्रिटिश कोर्ट ने भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की बढ़ाई मुश्किलें, अभी लंदन की जेल में ही रहना होगा
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 14000 करोड़ रुपये (करीब दो बिलियन अमेरिकी डॉलर) के घोटाले के आरोपित भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी की मुश्किलें फिलहाल बढ़ गई हैं।
लंदन, प्रेट्र। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 14,000 करोड़ रुपये (करीब दो बिलियन अमेरिकी डॉलर) के घोटाले के आरोपित भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी की मुश्किलें फिलहाल बढ़ गई हैं। लंदन के वेस्टमिंस्टर की एक अदालत ने गुरुवार को नियमित पेशी के दौरान उसकी न्यायिक हिरासत 28 दिनों के लिए बढ़ा दी है। मामले की अगली सुनवाई 27 फरवरी को होगी।
11 मई को होगी अंतिम सुनवाई
दक्षिण-पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ कारागार में बंद नीरव मोदी (48) को वीडियो लिंक के जरिये जिला जज डेविड रॉबिंसन की अदालत में पेश किया गया। जज ने कहा, 'मुझे बताया गया है कि नीरव के मामले पर 11 मई को अंतिम सुनवाई तय है। इस दिशा में आगे की कार्यवाही जारी है।' इसके बाद उन्होंने नीरव को अगले 28 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब इस मामले में वीडियो लिंक के जरिये 27 फरवरी को अगली सुनवाई होगी। अनुमान है कि नीरव के प्रत्यर्पण पर 11 मई को शुरू होने वाली सुनवाई पांच दिनों तक चलेगी।
पिछले साल मार्च महीने में किया गया गिरफ्तार
नीरव ने पिछले साल नवंबर में घर में नजरबंदी की गारंटी की पेशकश करते हुए जमानत अर्जी लगाई थी। उसने यह भी कहा था कि मार्च में गिरफ्तार किए जाने के बाद वैंड्सवर्थ जेल में रहते हुए उसका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ गया है। हालांकि, चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बथनॉट ने गवाहों को प्रभावित करने तथा मई में प्रस्तावित सुनवाई में पेशी से भागने की आशंका के मद्देनजर उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। उल्लेखनीय है कि मनी लांड्रिंग के आरोपित नीरव के खिलाफ भारत सरकार ने वारंट जारी किया है। इसके आधार पर उसे स्कॉटलैंड यार्ड ने 19 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह न्यायिक हिरासत में है।