ब्रिटेन: 17 मार्च के बाद फिर बढ़ा कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा, 24 घंटे में 138 की गई जान
2019 के अंंत में चीन के वुहान से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी। एक-दो माह के भीतर ही इसने पूरी दुनिया को चंंगुल में जकड़ लिया जो अब तक जारी है। इस क्रम में ब्रिटेन में मार्च के बाद 24 घंटों में सबसे अधिक मौतें दर्ज की गई हैं।
लंदन, आइएएनएस। दुनिया के कई देश एक बार फिर कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। स्पेन, रूस, थाईलैंड समेत कई देशों में महामारी अपना तांडव दिखा रहा है। ब्रिटेन का भी नाम ऐसे देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है। यहां 138 नए संक्रमितों की मौत दर्ज की गई है। यह आंकड़ा इस साल मार्च के बाद सबसे अधिक है। स्थानीय समयानुसार मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन में 24 घंटे के दौरान ये आंकड़े सामने आए हैं। अब देश में कुल संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 129,881 हो गया। ब्रिटेन में डेल्टा वैरिएंट के कारण कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ रहा है।
हाल ही में यहां लॉकडाउन के अंतिम चरण के हिस्से के रूप में अधिकांश कोविड -19 प्रतिबंध हटा दिए गए थे। हालांकि वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की ओर से चेतावनी दी गई है कि कोरोना के इस स्तर पर सभी प्रतिबंध हटाने से खतरनाक रूपों की संभावना बढ़ सकती है। ब्रिटेन में दैनिक मामलों की औसत संख्या लगभग 41 हजार है और अस्पताल में भर्ती होने और मौतें भी बढ़ रही हैं। हालांकि पिछली लहरों की तुलना में संक्रमण का स्तर बहुत कम है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया के अधिकांश देशों की तुलना में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर ब्रिटेन अधिक सक्रिय है। यहां की बड़ी आबादी को वैक्सीन की पूरी खुराक मिल चुकी है। देश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को वैक्सीनेशन से इस बात की उम्मीद है कि तेजी से चलाए जा रहे वैक्सीनेशन कैंपने से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। सरकार का कहना है कि वैक्सीनेशन से मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या मौत की संख्या सीमित होगी।
फिलहाल यहां 12 साल से ऊपर केवल उन बच्चों को वैक्सीन दी जा रही है, जो अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं या जिन्हें कोविड-19 होने का खतरा अधिक है। लेकिन अमेरिका, कनाडा और फ्रांस सहित कई देश नियमित रूप से 12 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगा रहे हैं।