एलटीटीई संकट पर भारत-श्रीलंका के संबंधों से जुड़ी 195 फाइलें ब्रिटेन ने कीं नष्ट
नष्ट की गई दो फाइलों के ऊपर लिखा था, '1979-80 के दौरान भारत-श्रीलंका संबंध'।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल विभाग (एफसीओ) ने करीब 195 फाइलें नष्ट कर दी हैं। इनमें लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) के नेतृत्व में श्रीलंका में छेड़े गए गृहयुद्ध के दौरान भारत और श्रीलंका के संबंधों से जुड़ी महत्वपूर्ण फाइलें भी शामिल हैं। एफसीओ के इस कदम पर शोधकर्ताओं ने चिंता जताई है।
ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों एमआइ-5 और सीक्रेट एयर सर्विस (एसएएस) ने कथित तौर पर इस जंग के दौरान श्रीलंका के सुरक्षा बलों की मदद की थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इन फाइलों के नष्ट होने से इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना और उसमें ब्रिटेन की भूमिका के सुबूत नष्ट हो गए।
'सूचना के अधिकार' से चला फाइलें नष्ट होने का पता
पत्रकार और शोधकर्ता फिल मिलर ने सूचना के अधिकार कानून का इस्तेमाल कर फाइलों के नष्ट होने की जानकारी हासिल की। उनका कहना है कि नष्ट की गई दो फाइलों के ऊपर लिखा था, '1979-80 के दौरान भारत-श्रीलंका संबंध'। इन दस्तावेजों में श्रीलंका में भारतीय शांति सेना से जुड़ी जानकारियां भी होने का अनुमान है।
खुद को बचाने के लिए ब्रिटेन ने उठाया यह कदम
तमिल सूचना केंद्र की स्थापना करने वाले वी वरद कुमार कहते हैं, राष्ट्रीय अभिलेखागार के दस्तावेजों को नष्ट करना अवैध है। एफसीओ ने यह कदम एसएएस और एमआइ-5 की भूमिका पर पर्दा डालने के लिए उठाया है।