ब्रेक्जिट का रास्ता साफ, प्रधानमंत्री टेरीजा ने कैबिनेट में रखा मसौदा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने मसौदे का स्वागत किया है। मे ने अपनी कैबिनेट में मसौदे को रखा भी है।
लंदन [रायटर]। यूरोपीय यूनियन (ईयू) से ब्रिटेन के अलग होने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। विभिन्न मुद्दों को लेकर ब्रिटेन और ईयू के बीच समझौते का मसौदा तैयार हो गया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने मसौदे का स्वागत किया है। मे ने अपनी कैबिनेट में मसौदे को रखा भी है। लेकिन उन्हें अपनी पार्टी के कुछ सदस्यों के साथ ही राजनीतिक सहयोगियों और दूसरे दलों के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। विरोधी इसे कमजोर समझौता बता रहे हैं।
अल्पमत सरकार की अगुआई कर रहीं टेरीजा मे ब्रिटेन की सबसे कमजोर प्रधानमंत्री बताई जा रही हैं। ईयू के साथ साल भर चली बातचीत के बाद तैयार हुए समझौते को संसद से पारित कराकर वह ब्रेक्जिट को आखिरी मुकाम तक पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं। अगले साल 29 मार्च को ब्रिटेन को पूरी तरह से ईयू से अलग होना है। मे ने संसद में कहा कि जनमत संग्रह के जरिये देश के लोगों ने जो चाहा था यह समझौता उसे पूरा करता है। 2016 में हुए जनमत संग्रह में ब्रिटेन के 52 फीसद लोगों ने ईयू से ब्रिटेन के अलग होने का समर्थन किया था, जबकि 48 फीसद लोग इसके विरोध में थे।
ईयू से ब्रिटेन के अलग होने के प्रबल समर्थक दो मंत्रियों के हवाले दैनिक टेलीग्राफ ने कहा है कि ब्रिटिश कैबिनेट में इस समझौते के मसौदे पर चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री मे संतुलन बनाकर चलना चाहती हैं। लेकिन ब्रेक्जिट का समर्थन करने वाले उनकी ही कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों ने इसे ईयू के सामने समर्पण करार दिया है। और इसे गिराने के लिए वोट देने की बात भी कही है।