ब्रेक्जिट को लेकर ब्रिटेन व ईयू में ऐतिहासिक समझौता
ब्रेक्जिट से अलग होने के नियमों को लेकर ऐतिहासिक समझौता हुआ। ईयू ने इस समझौते की अंतिम समय सीमा रविवार तय की है।
ब्रसेल्स (एएफपी)। ब्रिटेन और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच शुक्रवार को ब्रेक्जिट से अलग होने के नियमों को लेकर ऐतिहासिक समझौता हुआ। इसके बाद यूरोपीय संघ ने घोषणा की कि ब्रिटेन के बनाए अपने डिवोर्स बिल, आयरिश सीमा और नागरिकों के अधिकार सहित ब्रेक्जिट से जुड़े मुद्दों पर 'पर्याप्त प्रगति' हुई है।
हालांकि ईयू के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने चेताया कि सबसे कठिन काम अभी बाकी हैं। टस्क ने नेताओं से कारोबार और पारगमन वार्ता शुरू करने के लिए अगले सप्ताह एक शिखर सम्मेलन करने की सिफारिश की है। टस्क ने कहा, 'हमें याद रखना चाहिए कि सबसे कठिन चुनौती अब आने वाली है। हम सभी जानते हैं कि संबंध जोड़ना कठिन है, लेकिन संबंध तोड़ना और नए संबंध बनाना उससे भी अधिक मुश्किल है।' ईयू ने इस समझौते की अंतिम समय सीमा रविवार तय की है।
इससे पहले यूरोपीय संघ के अध्यक्ष जीन-क्लाउड जंकर के साथ बातचीत के लिए प्रधानमंत्री टेरीजा मे सुबह-सुबह ही ब्रसेल्स पहुंच गईं, ताकि इस ऐतिहासिक कदम को सफल बनाया जा सके।
बाद में जंकर के साथ प्रेस कांफ्रेंस में टेरीजा ने कहा, समझौते का महत्वपूर्ण हिस्सा यह सुनिश्चित करना था कि 29 मार्च, 2019 को यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के हटने के बाद ब्रिटिश-शासित उत्तरी आयरलैंड और ईयू के सदस्य आयरलैंड की सीमाओं के बीच फिर कोई चौकी (चेकप्वाइंट) नहीं बनाई जाएगी। वह बोलीं, 'हम यह विश्वास दिलाते हैं कि उत्तरी आयरलैंड में कोई हार्ड बॉर्डर (पूर्ण सीमा) नहीं होगा और ब्रिटेन 1998 के गुड फ्राइडे शांति समझौते के मुताबिक ही चलेगा।'
डिवोर्स बिल में ब्रिटेन ने ईयू से अलग होने के बदले करीब 40 (करीब 3,033 अरब रुपये) से 45 अरब यूरो (करीब 3413 अरब रुपये) देने की बात कही है। साथ ही अपने यहां रह रहे करीब 30 लाख यूरोपीय नागरिकों के हितों की रक्षा का वादा भी किया है।
आयरिश पीएम ने ब्रेक्जिट समझौते की सराहना की
आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वाराडकर ने ब्रिटेन और ईयू के बीच ब्रेक्जिट समझौते की सराहना की है। हालांकि इसे 'अंत की शुरुआत' करार देते हुए कहा है कि डबलिन अगले दौर की वार्ता में भी 'सतर्क' रहेगा।
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