एंटीबायोटिक प्रतिरोधी 76 नए जीन की हुई पहचान
स्वीडन की चाल्मर्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर और प्रमुख शोधकर्ता एरिक क्रिस्टेनसन ने कहा, ‘हमारे शोध से पता चलता है कि ऐसे बहुत से प्रतिरोधी जीन हैं जो अब भी अज्ञात हैं।
लंदन (आइएएनएस/प्रेट्र)। वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया को एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बनाने वाले 76 नए जीन की पहचान की है। इस खोज से एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया से मुकाबले के प्रयास को नई धार मिल सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, नए जीन बैक्टीरिया संबंधी डीएनए की खोज के दौरान पाए गए। शोध के निष्कर्षों से जाहिर हुआ कि इनमें से कई प्रतिरोधी जीन बैक्टीरिया को कार्बापेनेम्स जैसी प्रभावशाली एंटीबायोटिक दवाओं को असरहीन करने में सक्षम बना सकते हैं। इस दवा का इस्तेमाल आमतौर पर बहु- प्रतिरोधी बैक्टीरिया के उपचार के लिए किया जाता है। स्वीडन की चाल्मर्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर और प्रमुख शोधकर्ता एरिक क्रिस्टेनसन ने कहा, ‘हमारे शोध से पता चलता है कि ऐसे बहुत से प्रतिरोधी जीन हैं जो अब भी अज्ञात हैं। उम्मीद है कि इन नए जीन के बारे में जानकारी मिलने से नए प्रकार के बहु-प्रतिरोधी बैक्टीरिया से मुकाबले का ज्यादा प्रभावशाली तरीका खोजना संभव हो सकेगा।’
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