Russia Ukraine War: Ghost Town में तब्दील हुए यूक्रेन के शहर, सड़कों पर मौजूद रूस के शार्प शूटर, जानें- एक यूक्रेनियन का दर्द
Russia Ukraine War रूस के हमलों से यूक्रेन के कई बड़े शहर अब खंडहर में तब्दील हो रहे हैं। कई शहरों से लोग अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं। ऐसे शहर और गांव अब भूतिया शहरों में तब्दील हो गए हैं।
मास्को/कीव (एएफपी)। यूक्रेन और रूस के बीच जारी लड़ाई दूसरे महीने में प्रवेश कर चुकी है। इस दौरान यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं। कभी रोशनी से जगमग और इंसानों से आबाद इन शहरों में अब खामोशी पसरी है। कई शहर ऐसे भी हैं जहां से अधिकतर लोग अपना घर छोड़कर जा चुके हैं। ऐसे शहरों में बमों और गोलियों की आवाज इस खामोशी को तोड़ने का काम करती है। ऐसे शहर अब भूतिया शहर की ही तरह लगने लगी हैं। वहीं, कुछ शहरों में अब भी लोग खंडहर बन चुके अपने घरों को छोड़कर नहीं जाना चाहते हैं। एयर स्ट्राइक को लेकर दी जाने वाली चेतावनी को बजाया जाने वाला सायरन दिन में कई बार बजता है। यूक्रेन के खारकीव में साल्टिवका का भी हाल ऐसा ही कुछ है।
रूस के शार्प शूटर मौजूद
खारकीव यूक्रेन के उन राज्यों में शामिल हैं, जहां पर यूक्रेन के शार्प शूटर मौजूद हैं और वो लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। खारकीव के स्टोयांका गांव में रहने वाले एंड्रिल की उम्मीद अब भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। यूक्रेन के इस सबसे बुरे दौर में एंड्रिल के पड़ोसी ही उनके काम आ रहे हैं। हालांकि, एंड्रिल हमले के शुरुआती दिनों में यहां से चले गए थे, लेकिन फिर वापस आ गए। 69 वर्षीय एंड्रिल एक प्राइवेट म्यूजियम के मालिक हैं। उन्होंने एएफपी से बातचीत में बताया कि वो यूक्रेनी सेना को रूस से लोहा लेते हर रोज देखते हैं। एंड्रिन ने बताया कि इस एक माह के दौरान उन्होंने लोगों को मरते हुए देखा। घरों को आग की चपेट में आते और इमारतों को मलबे में तब्दील होते देखा है। हम नरक में जी रहे हैं।
घरों में कैद हुए लोग
एंड्रिन ने बताया कि जब रूस की सेना ने इस गांव पर कब्जा किया तो पहले दिन उन्हें घरों में कैद कर दिया गया और दूसरे दिन उन्हें उनके खेतों से दूर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि रूस के पास सरेंडर करने और मरने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। आपको बता दें कि एंड्रिन का गांव चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है, जहां पर रूस की बमबारी होती रहती है। उन्होंने ये भी कहा कि यदि रूस को यहां पर जिंदा रहना है तो उन्हें सरेंडर करना होगा या फिर मरना होगा।
रूस को रोकने की कोशिश कर रहा यूक्रेन
एएफपी से बातचीत में एंड्रिन ने ये भी कहा कि यूक्रेन की सेना रूसी सेना को कीव में घुसने से रोकने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने ये भी कहा कि फिलहाल उनके पास खाने-पीने का पर्याप्त सामान मौजूद है। जब उन्हें प्रशासन की तरफ से सिग्नल मिल जाएगा तो वो यहां से बाहर निकलने के बारे में सोचेंगे। उनके मुताबिक, ये जगह अब भूतिया शहर बन चुकी है।