शी चिनफिंग से मुलाकात के दौरान दबाव में दिखे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञों का दावा
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एक दिन पहले मॉस्को पहुंचकर क्रेमलिन भवन में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। हालांकि अब बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ ने दोनों नेताओं की मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तुलना में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अधिक निश्चिंत थे।
मॉस्को, एजेंसी। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एक दिन पहले मॉस्को पहुंचकर क्रेमलिन भवन में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने चीन-रूस संबंध को लेकर चर्चा की। हालांकि, अब बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ ने दोनों नेताओं की मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है।
बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ ने दी प्रतिक्रिया
दरअसल, बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के दौरान चीनी राष्ट्रपति बैठक में अधिक निश्चिंत और प्रभावशाली दिखे। बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तुलना में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अधिक निश्चिंत थे।
दोनों नेताओं के बीच अहम है ये मुलाकात
बता दें कि पश्चिमी देश दुनिया के सबसे शक्तिशाली इन दो ताकतवर नेताओं के बीच हुई बातचीत के हर विवरण को लेकर निश्चित हैं, क्योंकि पुतिन यूक्रेन पर आक्रमण के लिए शी का समर्थन और पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण व्यापार में अंतर को पाटने में उनकी मदद चाहते हैं। ऐसे में अमेरिका-चीन तनाव और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण है।
दबाव में दिखे रूस के राष्ट्रपति
सिंगापुर स्थित इन्फ्लुएंस सॉल्यूशंस के प्रबंध निदेशक करेन लियोंग का कहना है कि इस मुलाकात के दौरान चीनी राष्ट्रपति पुतिन पर हावी नजर आए। इस दौरान उन्होंने ये संकेत दिया कि भले ही शी मास्को आए हैं, लेकिन दोनों नेताओं के रिश्तों में मुख्य भूमिका चीनी राष्ट्रपति की है। लियोंग मानते हैं कि चीनी राष्ट्रपति अपने समकक्ष पुतिन को जूनियर साथी की तरह देख रहे थे। 70 वर्षीय पुतिन वास्तव में शी से कुछ माह बड़े हैं, लेकिन फिर भी पुतिन दबाव महसूस कर रहे थे और बैठक के दौरान असामान्य रूप से बार-बार पलकें झपक रहे थे।
शी ने हाथ अपना पुतिन के ऊपर रखा
ऑस्ट्रेलिया के बॉडी लैंग्वेज और लीडरशिप व्यवहार विशेषज्ञ लुईस महलर का भी यही मानना है कि शी ने अपना हाथ पुतिन के ऊपर रखा था। यह प्रभुत्व का संकेत है। इसी तरह जब दोनों नेता बातचीत कर रहे थे तो पुतिन झुके हुए थे, पैर मरोड़ रहे थे और मुट्ठियां भींचते हुए फर्श की तरफ देख रहे थे। इन सबके बीच चीनी राष्ट्रपति आश्वस्त दिखाई दे रहे थे। कोरिया बॉडी लैंग्वेज लैब के निदेशक किम ह्युंग-ही ने कहा कि हैंडशेक की कड़ी पकड़ और आंखों के सीधे संपर्क से बचने की कोशिश दर्शाते हैं कि दोनों के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है। उन्हें बैठक से बहुत उम्मीदें हैं।