परमाणु समझौते से जुड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध रूस- विदेश मंत्री सेर्गेइ लावरोव
रूस के विदेश मंत्री सेर्गेइ लावरोव ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बहुपक्षीय समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
मास्को, रॉयटर्स। रूस के विदेश मंत्री सेर्गेइ लावरोव ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बहुपक्षीय समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सोमवार को कहा कि मास्को मौजूदा ईरान परमाणु समझौते को बनाए रखने कि कोशिश कर रहा है वहीं दूसरी तरफ वॉशिंगटन ने इसे वापस लेने की धमकी दी है।
पिछले हफ्ते राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आर्थिक प्रतिबंधों को हट कर ईरान परमाणु समझौता बरकरार रखने का फैसला लिया था, लेकिन यूरोपीय सहयोगियों तथा कांग्रेस को आगाह किया था कि अगर 2015 में हुए ऐतिहासिक समझौते की खामियों को उन्होंने दूर नहीं किया तो यह माफी आखिरी होगी।
ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा है था कि या तो संयुक्त समग्र कार्य योजना (जेसीपीओए) को दुरुस्त किया जाए या वह अमेरिका को परमाणु समझौते से अलग कर लेंगे। अपने बयान में उन्होंने कहा था कि यह आखिरी बार है। (अमेरिका और यूरोपीय शक्तियों के बीच ) कोई ऐसा समझौता न होने की स्थिति में अमेरिका ईरान परमाणु समझौते में बने रहने के लिए एक बार फिर से प्रतिबंधों को माफ नहीं करेगा।
क्या है संयुक्त समग्र कार्य योजना
ईरान, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका के बीच जुलाई 2015 में जेसीपीओए समझौता हुआ थाथ। इस समझौते के तहत ईरान आर्थिक मदद और खुद पर लगे अंतराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने की एवज में अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को रोकने पर सहमत हुआ था।
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