सीरिया के युद्धग्रस्त पूर्वी घोउटा से 300 से अधिक लोगों ने किया पलायन: रूस
मौजूदा समय में भारी विस्फोटों के साथ सीरियाई सेना पूर्वी घोउटा में अंदर तक प्रवेश कर गई है। मगर सबसे ज्यादा शिकार आम जनता भी हो रही है।
मास्को, रायटर्स। सीरिया में सरकार और विद्रोहियों के बीच जारी संघर्ष में सबसे ज्यादा नुकसान आम नागरिकों को हो रहा है। निर्दोष लोगों को इसके बदले अपनी जान की कीमत चुकानी पड़ रही है। खास तौर से सीरिया के पूर्वी घोउटा में, जहां का मंजर इतना खौफनाक है कि सालों से हिंसा का सामना करने वाले वहां के लोगों ने इस स्थिति की कभी कल्पना नहीं की थी।
इस बीच, एक 'ह्यूमनटेरियन कॉरिडोर' खुलने के बाद से पूर्वी घोउटा से 300 से ज्यादा लोग वहां से पलायन कर चुके हैं। रूस के सीजफायर मॉनिटरिंग सेंटर के एक प्रतिनिधि के हवाले से आरआइए न्यूज एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है।
मेजर जनरल व्लादिमीर जोलोतुखिन ने 'आरआइए' से बातचीत में कहा कि जब से पूर्वी घोउटा के क्षेत्र में 'ह्यूमनटेरियन कॉरिडोर ने काम करना शुरू किया है, तब से 300 से अधिक लोग वहां से जा चुके हैं। इनमें से अधिकतर लोगों ने पिछले कुछ दिनों में पलायन किया है।
आपको बता दें कि मौजूदा समय में भारी विस्फोटों के साथ सीरियाई सेना पूर्वी घोउटा में अंदर तक प्रवेश कर गई है। मगर विद्रोहियों से आजाद कराने में जुटी सेना के विस्फोटों का शिकार सबसे ज्यादा आम जनता हो रही है, जिसके कारण पश्चिमी देशों की ओर से सीरिया सरकार की काफी निंदा की जा रही है। इस हमले से बचने के लिए लोग शरणार्थी शिविरों में रहने को मजबूर हैं, जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों के लिए सिर्फ एक ही टॉयलेट है। ऐसे में यहां की बदहाल स्थिति का बखूबी अंदाजा लगाया जा सकता है।