Move to Jagran APP

रूस ने स्‍नाइपर्स के लिए तैयार की है घातक लोबेव आर्म्स SVLK-14S राइफल

रूस ने 2018 में एसवीएलके-14एस सुमराक नामक स्‍नाइपर के बाद एक बार फिर ऐसी ही घातक राइफल तैयार की है। किसी भी बुलेट प्रूफ कवच को भेद सकती हे।

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 13 Apr 2020 07:26 PM (IST)Updated: Mon, 13 Apr 2020 07:26 PM (IST)
रूस ने स्‍नाइपर्स के लिए तैयार की है घातक लोबेव आर्म्स SVLK-14S राइफल
रूस ने स्‍नाइपर्स के लिए तैयार की है घातक लोबेव आर्म्स SVLK-14S राइफल

मास्‍को। दुनिया में सबसे ज्‍यादा इस्‍तेमाल होने वाली एके 47 राइफल के बाद अब रूस ने एक और घातक स्‍नाइपर राइफल तैयार की है। इसको दुनिया की सबसे घातक स्‍नाइपर राइफल भी कहा जा रहा है। डेली मेल के मुताबिक ये राइफल 2 मील तक अचूक निशाना लगा सकती है। रूस के रक्षा विशेषज्ञ इस राइफल को किसी गेम चेंजर की ही तरह से ले रहे हैं। इस राइफल को लोबेव आर्म्स SVLK-14S है। विशेषज्ञों की मानें तो इसकी मारक रेंज से 3000 मीटर दूर बैठा दुश्‍मन भी बच नहीं सकेगा। ये राइफल कितनी घातक है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया की कोई भी बुलेटप्रूफ जैकेट भी इसे रोकने की ताकत नहीं रखता है। मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक इसकी कीमत 28 लाख 62 हजार रुपये तय की गई है। दुनिया की इस सबसे खतरनाक राइफल का वजन करीब 10 किलो है।

loksabha election banner

आपको बता दें कि रूस की ये राइफल ब्रिटिश आर्मी के पास मौजूद L115A3 राइफल से कहीं अधिक बेहतर है। यह केवल डेढ़ किमी दूर तक निशाना लगा सकती है जबकि SVLK-14S राइफल ब्रिटिश आर्मी के पास मौजूद इस राइफल से अधिक दूरी से निशाना लगा सकती है। एक बार इस राइफल से एक ही गोली फायर होती है। इसे तैयार करने वाली कंपनी के चीफ इंजीनियर यूरी सिनिचकिन का कहना है कि इसे प्रोफेशनल स्नाइपर और उम्दा बंदूक रखने वाले लोगों के लिए तैयार किया गया है। इतना ही नहीं ये राइफल आवाज तीन गुनी रफ्तार पर बुलेट को फायर करती है। कंपनी के चीफ इंजिनियर युरी सिनिचकिन ने बताया कि इस हथियार का एक-एक हिस्सा किसी फरारी या पॉर्श गाड़ी की तरह तैयार किया गया है। उनके मुताबिक इसकी गोली बुलेट 3 सेंटीमीटर मोटे कवच तक को भेद सकती है।

गौरतलब है कि इससे पहले रूस की एक निजी कंपनी पुष्‍का ने वर्ष 2018 में 'एसवीएलके-14एस सुमराक' नामक स्‍नाइपर राइफल बनाई थी। ये राइफल 4,200 मीटर दूर तक निशाना लगा सकती है। इसमें 10.3 एमएम की गोली का इस्तेमाल होता है। इससे निकलने वाली गोली की रफ्तार 900 मीटर प्रति सेकंड है। इस राइफल के भी प्रमुख इंजीनियर यूरी सिनीचिकिन ही थे। उन्‍होंने तब कहा था कि यह राइफल पेशेवर स्नाइपर्स के लिए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.