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रूस ने आर्कटिक में तैनात की दुनिया की सबसे उन्नत एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली

रूस खुद को एक आर्कटिक देश बताता है। खनिजों की प्रचुरता व रणनीतिक महत्व को देखते हुए रूस इस क्षेत्र पर दावा करता रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 07:43 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 07:43 PM (IST)
रूस ने आर्कटिक में तैनात की दुनिया की सबसे उन्नत एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली
रूस ने आर्कटिक में तैनात की दुनिया की सबसे उन्नत एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली

मॉस्को, एएफपी। रूस ने आर्कटिक महासागर क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति मजबूत करने दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। रूस ने यहां नोवाया जेमलिया द्वीपसमूह में एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली तैनात की है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।

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द्वीपसमूह के यूजनी द्वीप पर तैनात वायुसेना के उत्तरी बेड़े के सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रेजीमेंट में नई एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली को शामिल किया गया है। पहले इस रेजीमेंट में एस-300 मिसाइल रक्षा प्रणाली तैनात थी। यह एस-400 का पिछला संस्करण है।

एस-400 उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली है

एस-400 दुनिया की सर्वाधिक उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली है। यह 400 किलोमीटर दूर से ही लक्ष्य पर निशाना साध सकती है। पिछले कुछ वर्षो के दौरान रूस ने आर्कटिक में अपनी सैन्य उपस्थिति को उल्लेखनीय रूप से मजबूत किया है। नोवाया जेमलिया के अतिरिक्त रूस ने फ्रेंज जोसेफ द्वीप, न्यू साइबेरिया द्वीपसमूह और कई अन्य स्थानों सैन्य टुकडि़यां तैनाती की हैं।

आर्कटिक में है खनिजों की प्रचुरता

रूस खुद को एक आर्कटिक देश बताता है। खनिजों की प्रचुरता व रणनीतिक महत्व को देखते हुए रूस इस क्षेत्र पर दावा करता रहा है। हाल में रूस ने आर्कटिक में एक तैरता हुआ परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी स्थापित किया है। ग्रीनपीस समेत पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्यरत कई एजेंसियों ने इस कदम की आलोचना की है।


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