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गैस आपूर्ति में कटौती के लिए रूस ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंध को बताया जिम्मेदार, कहा- टरबाइन लाए यूरोप, हम गैस देने को हैं तैयार

रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा हमारे पास गैस है और हम उसे देने के लिए भी तैयार हैं। लेकिन उपकरणों की मरम्मत की जिम्मेदारी यूरोप की है। वे मरम्मत कराकर जब उपकरण हमें दे देंगे हम उन्हें गैस की आपूर्ति शुरू कर देंगे।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Mon, 20 Jun 2022 07:28 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jun 2022 10:35 PM (IST)
गैस आपूर्ति में कटौती के लिए रूस ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंध को बताया जिम्मेदार, कहा- टरबाइन लाए यूरोप, हम गैस देने को हैं तैयार
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की फाइल फोटो

मास्को, रायटर। रूस द्वारा गैस आपूर्ति में कटौती किए जाने से इन दिनों पूरे यूरोप में अफरातफरी मची हुई है। रूस ने इस स्थिति के लिए यूरोप समेत पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है। कहा है कि कनाडा में मरम्मत के लिए गईं गैस टरबाइन पश्चिमी देशों के लगाए प्रतिबंधों के चलते वापस रूस नहीं लाई जा सकी हैं, इसी के चलते यूरोपीय देशों की गैस आपूर्ति में बाधा आई है। रूस ने बीते एक सप्ताह में यूरोपीय देशों को गैस आपूर्ति की मात्रा घटाकर आधी कर दी है।

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रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, हमारे पास गैस है और हम उसे देने के लिए भी तैयार हैं। लेकिन उपकरणों की मरम्मत की जिम्मेदारी यूरोप की है। वे मरम्मत कराकर जब उपकरण हमें दे देंगे, हम उन्हें गैस की आपूर्ति शुरू कर देंगे। रूस नार्ड स्ट्रीम वन पाइपलाइन के जरिये जर्मनी को गैस की आपूर्ति करता है, वहां से यह गैस अन्य देशों को जाती है। बीते गुरुवार से सामान्य दिनों से 60 प्रतिशत कम गैस की आपूर्ति हो रही है।

लिथुआनिया की रोक पर रूस ने दी चेतावनी

यूरोपीय यूनियन (EU) के प्रतिबंधों के चलते लिथुआनिया ने रूस के हिस्से कालिनिनग्राद में माल के जाने-आने पर रोक लगा दी है। कालिनिनग्राद रूसी भूभाग से अलग बाल्टिक सागर के तट पर स्थित है और वहां जाने के लिए लिथुआनिया की समुद्री सीमा पार करनी होती है। यूक्रेन युद्ध के खिलाफ ईयू के रूस पर लगाए प्रतिबंधों को लिथुआनिया ने भी लागू किया है, इसलिए कालिनिनग्राद में रूस से कोयला, धातुओं, निर्माण सामग्री और तकनीक से जुड़ी वस्तुओं का लाना-ले जाना रुका हुआ है। लिथुआनिया ईयू के साथ ही सैन्य संगठन नाटो का भी सदस्य देश है और वहां पर नाटो के सैनिकों की तैनाती है। रूस ने लिथुआनिया से कालिनिनग्राद में सामान के आने-जाने पर लगी रोक को तत्काल हटाने के लिए कहा है। ऐसा न करने पर आवश्यक कार्रवाई की चेतावनी दी है।


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