सीरिया में सैन्य सहयोग बढ़ाने पर रूस और तुर्की ने जतायी सहमति
रूस और तुर्की ने सीरिया में आतंकी गुटों का सामना करने के लिए सैन्य सहयोग बढ़ाए जाने की प्रतिबद्धता जताई है।
मास्को (आइएएनएस)। सीरिया में सीजफायर उल्लंघन करने वाले आतंकी संगठनों से मुकाबला करने के लिए अपने सैनिकों व स्पेशल सर्विसेज का सहयोग देने पर रूसी व तुर्की नेताओं ने सहमति जतायी है। क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और उनके तुर्की के समकक्ष रेसेप तैय्यप अर्दोगन ने फोन पर बातचीत की है।
दोनों नेताओं ने इस समस्या का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावना 2254 के तहत सीरिया नेशनल डायलॉग कांग्रेस के अनुरूप राजनीतिक एवं राजनयिक समाधान निकाले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
'सीरिया नेशनल डायलॉग कांग्रेस' का आयोजन 30 जनवरी, 2018 को सोची में हुआ था।
इसके साथ ही रूस ने वाशिंगटन पर अफगानिस्तान और तालिबान के बीच सीधी वार्ता के प्रस्ताव को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी ने इस बात की जानकारी दी।
मई 2017 में सीरीयाई सीजफायर के गारंटर और राजनीतिक समाधान के लिए अस्ताना शांति वार्ता में मध्यस्थता करने वाले रूस, तुर्की और इरान ने सीरिया में चार डे-एस्केलेशन जोन के निर्माण पर सहमति जतायी। इन इलाकों में शुरुआत के छह महीने के लिए लड़ाई और हवाई हमलों से मुक्त होने की गारंटी दी गई और बाद में इस अवधि में विस्तार की बात भी थी।
क्रेमलिन के अनुसार, देश के प्रमुखों ने सीरियाई शांति प्रक्रिया को बढ़ाने में रूस, तुर्की और इरान के बीच जारी सहयोग के महत्व का उल्लेख किया और भविष्य में विभिन्न स्तरों पर त्रिपक्षीय संपर्क को लेकर चर्चा की। उन्होंने तीनों देशों के नेताओं के बीच मुलाकत की संभावना पर चर्चा की लेकिन इसके लिए अभी निश्चित तारीख का निर्णय लिया जाना है।
तुर्की राष्ट्रपति ने रूसी मिलिट्री पायलट रोमन फिलिपोव की मौत पर भी दुख प्रकट किया जिन्होंने इदलीब में अपने फाइटर जेट को निशाना बनाए जाने और नुसरा फ्रंट के आतंकियों से घिर जाने के बाद खुद को ग्रेनेड से उड़ा लिया था।