चीन से तनाव के बीच रूस दौरे पर राजनाथ सिंह, S-400 की जल्द डिलीवरी पर होगी बात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस से एंटी मिसाइल सिस्टम एस-400 को जल्दी भारत को सौंपने पर बात करेंगे।
मॉस्को, एएनआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को 75वीं विजय दिवस परेड में शामिल होने के लिए तीन दिवसीय यात्रा के लिए मास्को पहुंचे। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा हो सकती है। रक्षा मंत्री आज दोपहर रूस के शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ सिलसिलेवार बैठकें करेंगे।
राजनाथ सिंह का रूस यह दौरा भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच काफी अहम माना जा रहा है। राजनाथ सिंह रूस से अपने लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों और युद्धक टैंकों के लिए समुद्री मार्ग के बजाय तत्काल हवाई मार्ग से पुर्जों और उपकरणों की आपूर्ति करने पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही एंटी मिसाइल सिस्टम एस-400 को जल्दी भारत को देने की मांग करेंगे।
वहीं, दूसरी तरफ विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लोवरोव के साथ वर्चुअल बातचीत होगी। गलवन घाटी में सैन्य झड़प के बाद भारत-चीन के विदेश मंत्री पहली बार आमने-सामने होंगे। 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के बाद टकराव और बढ़ने की आशंकाओं के बीच माना जाता है कि रूस ने दोनों देशों से संपर्क किया है और सीमा विवाद का समाधान वार्ता के जरिए करने का आग्रह किया है।
बता दें कि गलवन घाटी में 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इस दौरान भारतीय सेना के जवानों ने चीन के 40 से ज्यादा जवानों को भी मार दिया था। दोनों देशों के बीच 45 साल के बाद यह सबसे बड़ी झड़प थी।