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'डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे' पर रूसी राष्ट्रपति ने किया सेना का सम्मान

'डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे' के दिन रूस, तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस, किर्जिस्तान, कजाकिस्तान और तजाकिस्तान में अवकाश मनाया जाता है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 02:37 PM (IST)Updated: Sat, 24 Feb 2018 03:34 PM (IST)
'डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे' पर रूसी राष्ट्रपति ने किया सेना का सम्मान
'डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे' पर रूसी राष्ट्रपति ने किया सेना का सम्मान

मॉस्को (आइएएनएस)। रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन में आयोजित एक समारोह में रुसी सेना को श्रद्धांजलि अर्पित की। क्रेमलिन के अनुसार, 'डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे' के अवसर पर नेशनल अवॉर्ड प्रदान करते हुए पुतिन ने सेना का सम्मान किया।

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इस दौरान संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा, हम आज उन्हें सम्मान करते हैं जिसके लिए देश सेवा एक मिशन और जीवन जीने का एक लक्ष्य बन गया है। ये ऐसे सच्चे देशभक्त हैं जो विश्वास के साथ रूस के सम्मान, सम्प्रभुता और प्रतिष्ठा के लिए तत्पर रहते हैं साथ ही हमारे नागरिकों की शांति और सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। पुतिन ने क्रेमलिन में सेना के लिए आयोजित एक अवॉर्ड समारोह में ये बातें कहीं।

इस अवसर पर उन सैनिकों (आर्मी और नेवी) को नेशनल अवॉर्ड प्रदान किया गया जो फादरलैंड की सुरक्षा के लिए एक नायक की भांति प्रतिबद्ध रहे। आपको बता दें कि 'डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे' के दिन रूस, तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस, किर्जिस्तान, कजाकिस्तान और तजाकिस्तान में अवकाश मनाया जाता है। यह हर साल 23 फरवरी को मनाया जाता है। लेकिन कजाकिस्तान में यह 7 मार्च को मनाया जाता है।

समारोह में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने शहीद मिलिट्री पायलट मेजर रोमन फिलिपोव के परिवार को 'गोल्ड स्टार मेडल ऑफ द हीरो ऑफ रूस' के सम्मान से नवाजा। बताया जाता है कि मेजर रोमन 3 फरवरी को सीरिया में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में मारे गए थे। समारोह में इसके अलावा उन्हें अन्य कई अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने उन रूसी सेवकों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने सीरिया में आयोजित आतंक-रोधी अभियान में भाग लिया था और अपने हीरोइज्म और साहस का परिचय दिया था। उन्होंने कहा, हमारे सैनिकों ने सीरिया में सबसे खतरनाक काम को पूरे दृढ़ता और साहस के साथ अंजाम दिया। आपको बता दें कि रूस ने सीरिया के राष्ट्रपति बसर-अल-असद के कहने पर वहां 2015 में सैन्य अभियान चलाया था।


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