पाकिस्तानी मीडिया की खबरें निकली फर्जी, रूस ने नहीं दिया इमरान खान को EEF का न्योता
रूस ने यह साथ कर दिया है कि पाक पीएम को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) में हिस्सा लेने का न्योता नहीं दिया गया है।
मॉस्को, एजेंसी। पाकिस्तान की मीडिया कई बार कुछ ऐसा कर जाती है कि वैश्विक स्तर पर उसे शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। हाल ही में पाकिस्तानी मीडिया में एक खबर आई कि प्रधानमंत्री इमरान खान को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) में हिस्सा लेने का न्योता मिला है। इमरान खान ने यह न्योता स्वीकार भी कर लिया है। हालांकि, मंगलवार को रूस ने यह साथ कर दिया है कि पाक पीएम को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) में हिस्सा लेने का न्योता नहीं दिया गया है। रूस के द्वारा खबरों को सिरे से खारिज करने के बाद पाकिस्तान को भी स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करने के लिए मजबूर होना पड़ा। बता दें कि सितंबर में होने वाली EEF मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि हैं।
दरअसल, पाकिस्तान की मीडिया ने इमरान को 'ईस्टर्न इकनॉमिक फोरम' के न्योते की खबर को काफी जोर-शोर से चलाया था। ऐसे में जब रूस ने इस खबर का खंडन किया, तब पाक मीडिया को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। इस साल सितंबर महीने में होने वाली EEF मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि हैं। रूस के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEF) के लिए इमरान खान को न्योता नहीं दिया गया है।
ऐसे में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को ईस्टर्न इकनॉमिक फोरम के न्योते की खबरें सिर्फ अटकलें हैं। ऐसा कोई भी न्योता नहीं मिला है। पता नहीं कहां से खबरें आ रही हैं।
रूस के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, 'हमें उम्मीद है कि मंगोलिया के राष्ट्रपति एच. बट्टुलगा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मलयेशिया के पीएम महातिर मोहम्मद और जापान के पीएम शिंजो आबे प्रिमोर्ये की राजधानी (व्लादिवोस्तोक) में आएंगे।' बता दें कि ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी रूस पहुंच रहे हैं। इसका मकसद सुदूर पूर्व में व्यावसायिक अवसरों को भुनाना है।