नवलनी को मारने की साजिश रचने के आरोप में रूस पर प्रतिबंध लगा सकता है जर्मनी
रूस के विपक्षी नेता को जहर दिए जाने के मामले में जर्मनी रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है।
बर्लिन (रॉयटर्स)। रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को जहर देकर मारने की कोशिश करने का मामला अब गरम होता जा रहा है। यूरोपीय यूनियन के प्रमुख के तौर पर जर्मनी के ऊपर इसको लेकर काफी दबाव है कि वो इस घटना के खिलाफ कुछ ठोस कार्रवाई करे। इसके बाद ही जर्मनी ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वो रूस पर प्रतिबंध लगा सकता है। आपको बता दें कि जर्मनी की सरकार ने कुछ ही दिन पहले इस बात का खुलासा किया था कि नवलनी को हाईग्रेड मिलिट्री नर्व एजेंट नोविचोक दिया गया था। इसी जानलेवा नर्व एजेंट से वर्ष 2018 में रूस के पूर्व सीक्रेट एजेंट सर्गी स्क्रीपल और उनकी बेटी को लंदन में मारने की कोशिश की गई थी। हालांकि नवलनी की ही तरह उनकी भी किस्मत अच्छी थी र उन्हें समय रहते बचा लिया गया था।
गौरतलब है कि नवलनी को उस वक्त जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी जब वो साइबेरिया से वापस लौट रहे थे। हवाई सफर के दौरान उनको तकलीफ शुरू हुई थी जिसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई थी। इसके बाद उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां डॉक्टरों ने कहा था कि उन्हें कोई जहरीला पदार्थ नहीं दिया गया। इसके बाद जर्मनी की एक निजी संस्था ने उनको अपने यहां पर लाने का बीड़ा उठाया था। हालांकि शुरुआत में रूसी सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी थी लेकिन बाद में इसकी इजाजत दे दी गई।
जर्मनी लाने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके शरीर में जहरीला पदार्थ होने की पुष्टि की थी। वहीं जर्मनी की सरकार ने अपील की थी कि रूस की सरकार इस घटना की जांच करवाए और दोषियों को सजा दिलवाए। इस अपील को रूस की सरकार ने ये कहते हुए खारिज कर दिया था कि उनके शरीर में किसी भी तरह के जहरीले पदार्थ की पुष्टि रूसी डॉक्टरों ने नहीं की थी, लिहाजा जांच का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।
जर्मनी के विदेश मंत्री हैको मास ने कहा है कि जांच के दौरान उन्हें इस बात के सुबूत मिले हैं कि इस घटना के पीछे रूसी सरकार का हाथ था। हालांकि उनके आरोपों को खारिज करते हुए रूस के विदेश मंत्री सर्गी लेवरॉव ने कहा कि जर्मनी की सरकार इस बारे में उन्हें तथ्य साझा करे। उसके बाद उनपर विचार किया जा सकता है। जर्मनी की तरफ से ये भी कहा गया है कि नवलनी से पहले भी रूस की सरकार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देती रही है।
जर्मनी की तरफ से कहा गया है कि नोविचोक तक हर किसी की पहुंच नहीं होती है। इस तक केवल कुछ ही लोगों की पहुंच होती है। इस तरह के जहर का इस्तेमाल रूस की खुफिया एजेंसी के जासूस दूसरों को मारने के लिए करते हैं। रूस को आड़े हाथों लेते हुए जर्मनी के विदेश मंत्री ने रूस यूरोप के बीच हुए अरबों डॉलर की गैस पाइपलाइन सौदे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यदि रूस ने इस घटना के बाद उचित कार्रवाई नहीं की तो इस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। रूस से यूरोप को गैस सप्लाई करने की ये योजना फिलहाल तैयार की जा रही है।