बिजली गिरने से लगी थी रूसी विमान में आग, पायलट ने बताई आपात लैंडिंग की वजह
मास्को के व्यस्त हवाई अड्डे पर लैंडिंग के समय आग के गोले में तब्दील हो गए रूसी यात्री विमान के पायलट ने कहा है कि बिजली गिरने के कारण आपात लैंडिंग करानी पड़ी थी।
मास्को, एएफपी। मास्को के व्यस्त हवाई अड्डे पर लैंडिंग के समय आग के गोले में तब्दील हो गए रूसी यात्री विमान के पायलट ने कहा है कि बिजली गिरने के कारण आपात लैंडिंग करानी पड़ी थी। इस हादसे में 41 लोगों की मौत हो गई। विमान में 78 यात्री थे जिनमें से कुछ आपातकालीन द्वार से निकलकर जान बचाने में कामयाब रहे। सुखोई सुपरजेट-100 में आग लगने के कारणों में जांचकर्ता जुटे हैं।
बता दें कि रविवार शाम टेक-ऑफ के कुछ ही समय बाद यह विमान शेरेमेत्येवो हवाई अड्डा लौट आया था। बचाव कर्मियों ने मृतकों का शव निकालने के साथ ही विमान में लगा डाटा और वॉइस रिकॉर्डर भी बरामद कर लिया है।पायलट डेनिस येव्दोकिमोव ने रूसी मीडिया को बताया कि विमान का संपर्क टूट गया था और इमरजेंसी कंट्रोल मोड को ऑन करना पड़ा। आकर्टिक शहर मुर्मान्स्क जा रहे एयरोफ्लोट पर बिजली गिरी थी।
हालांकि, डेनिस येव्दोकिमोव यह नहीं बता पाए कि बिजली सीधे विमान पर गिरी थी या नहीं। पायलट ने कोमसोमोलस्कया प्रव्दा अखबार को बताया, 'हमने अपने रेडियो संपर्क पर आपात फ्रीक्वेंसी के माध्यम से संवाद बहाल करने की कोशिश की। लेकिन लिंक केवल कुछ ही समय के लिए था और संपर्क टूट गया। केवल कुछ शब्द ही कह पाए।' उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि ईधन से भरे टैंक के कारण लैंडिंग के समय विमान में आग में आग लगी होगी।
घायलों में तीन की हालत गंभीर
मरने वाले 41 लोगों में कम से कम दो बच्चे भी शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती नौ घायलों में से तीन की हालत गंभीर है। विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है और जांचकर्ताओं को सौंपा जा चुका है।
लॉन्चिंग के बाद से ही समस्याओं में घिरा है सुपरजेट
सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस ने सुखोई यात्री विमान बनाना शुरू किया था। वर्ष 2011 में लांच होने के बाद से सुखोई सुपरजेट-100 समस्याओं में घिरा है। इस विमान की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। वर्ष 2012 में इंडोनेशियाई एयर शो में प्रदर्शन के समय सुपरजेट ज्वालामुखी में समा गया था। उसमें सवार सभी 45 लोग मारे गए थे। इंडोनेशिया ने पायलट की चूक मानी थी।
सेवा से नहीं हटेंगे सुखोई विमान
सुखोई सुपरजेट 100 विमान को सेवा से हटाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया है जिसपर चार हजार लोगों ने हस्ताक्षर किया है। हालांकि, रूस के परिवहन मंत्री येवगेनी डियेट्रिक ने ऐसा कोई भी कदम उठाए जाने से इन्कार किया है। तकनीकी खामी के चलते 2016 में इस विमान को सेवा से हटा दिया गया था।
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