प्लेन क्रैश में हुई 41 लोगों की मौत, लेकिन फिर भी इस एयर होस्टेस को मिल रही है वाहवाही
रूस की राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एयरोफ्लॉट जेट में उड़ान के दौरान भीषण आग लग गई थी। हादसे में करीब 41 लोगों की मौत हो गई जिनमें 2 बच्चे भी थे।
मॉस्को, एजेंसी। रूस की राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एयरोफ्लॉट जेट में उड़ान के दौरान भीषण आग लग गई थी। हादसे में करीब 41 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 2 बच्चे भी थे। आग का गोला बने इस प्लेन का वीडियो भी बहुत वायरल हुआ। इस बीच जेट की एयर होस्टेस ततयाना कसाटकिना काफी चर्चा में बनी हुई है। कसाटकिना ने एक एयर होस्टेस के कर्तव्य को बखूबी निभाया है। इनकी सुझबुझ कई लोगों को मौत से दूर खींच लाई। बता दें 34 वर्षीय इस महिला ने क्रैश हुए प्लेन से लोगों के कॉलर पकड़कर उन्हें बाहर फेंका।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आपातकालीन गेट खुलने के बाद लोग खुद को बचाने के साथ ही अपने सामान को भी साथ लेकर बाहर निकल रहे थे, जिससे गेट पर भीड़ जैसा माहौल हो गया और बाकी लोगों की जान आफत में आ गई। इस वजह से ततयाना ने लोगों का कॉलर पकड़कर उन्हें नीचे फेंकना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने भीड़ को आगे बढ़ाने के लिए लोगों को धक्का भी मारा।
उन्होंने कहा कि विमान में आग लगने की वजह से घुंआ भर गया था। मुझे वहां कोई यात्री नहीं दिख रहा था इसलिए मैं बस उन्हें दरवाजे से बाहर फेंकती जा रही थी। बता दें कि प्लेन में 78 यात्री सवार थे, जिनमें 41 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 37 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। बताया गया कि यह भीषण हादसा विमान पर आकाशीय बिजली गिरने की वजह हुआ। इस दौरान प्लेन में आग लग गई और विमान जलते हुए ही दौड़ता रहा। रविवार को मुरमान्स्क एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद प्लेन के पिछले हिस्से में आग लग गई।
मरमंस्क के अधिकारियों ने इस हादसे को लेकर तीन दिन का शोक घोषित किया है। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीड़ितों के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
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