जलते मॉल के बीच चौथे मंजिल से 11 साल के बच्चे ने लगाई छलांग, जानें इसकी कहानी
उसने सभी से यह भी कहा कि उसके माता-पिता अभी भी मॉल के अंदर फंसे हुए हैं। इसके बाद वह कोमा में चला गया।
मॉस्को (एजेंसी)। मॉस्को में केमेरोवो मॉल के अंदर लगी भीषण आग ने सभी का दिल दहला कर रख दिया। मॉल में लगी भीषण आग से अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है, इसके अलावा कई घायल हैं। जलते हुए मॉल के कई फुटेज सामने आ रहे हैं। इसी तरह के एक फुटेज में एक 11 वर्ष के लड़के को जलते हुए मॉल के चौथे मंजिल की खिड़की से बाहर कूदते हुए देखा जा रहा है। उसने खिड़की से नीचे कूद कर इस तरह अपनी जान बचाई। डॉक्टरों के अनुसार हालांकि इस समय वह कोमा में हैं।
गहरे काले धुएं के बीच चौथे मंजिल से लगाई छलांग
11 वर्षीय सर्गे मॉसकालेंको नामक इस बच्चे की दादी बताती हैं कि चार सदस्यों वाला यह परिवार एक हैट खरीदने के लिए रविवार को शॉपिंग मॉल गए थे। बच्चे को वे प्ले एरिया में छोड़ शॉपिग करने लग गए थे जिस समय वहां आगजनी की घटना हुई थी। वीडियो में ये दिखाया गया है कि एक बच्चा मॉल के चौथी मंजिल की खिड़की से बाहर आ रहा है जहां से गहरा काला धुंआ निकल रहा था। खिड़की पर वह कुछ देर तक रुका और फिर उसने वहां से नीचे की तरफ छलांग लगा दी। नीचे कूदते समय वह वहां लगे माउंटेड लैंप से टकरा गया। वहां से सीधे वह जमीन पर पेट के बल गिर गया। लोगों ने उसे चिल्लाते हुए देखा तो उसकी तरफ भागे।
नहीं बताया गया है पेरेंट्स के मौत के बारे में
डॉक्टरों ने कहा कि सर्गे बेहोश था लेकिन वह अपना नाम बता सकता था। उसने सभी से यह भी कहा कि उसके माता-पिता अभी भी मॉल के अंदर फंसे हुए हैं। इसके बाद वह कोमा में चला गया। उसकी हालत अब भी गंभीर है। उसके दिल, फेफड़े, किडनी पर गहरा आघात हुआ है। उसके गालों पर गहरी चोट आई साथ ही उसकी श्वास नली भी गहरे धुंएं के कारण जल गई है। लेकिन उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हालांकि उसका बचना एक तरह से चमत्कार ही कहा जा सकता है। बच्चे की दादी ने सर्गे के माता-पिता की बॉडी को सोमवार को मुर्दाघर में शिनाख्त कर लिया है। उसकी दादी ही अब सर्गे की देखभाल करेगी, उन्होंने कहा कि अभी तक वे फैसला नहीं कर सके हैं कि वे सर्गे को इस बैड न्यूज के बारे में जानकारी कब और कैसे देंगे।
मृतकों के परिजनों ने बताई हृदयविदारक दास्तान
इस घटना में मृतकों के रिश्तेदारों ने कई हृदयविदारक कहानी बताई। अलेक्सेंडर ने 5 से 11 साल के बीच की अपनी तीन बच्चियों को खो दिया है। वे बताते हैं कि तीनों बच्चियां मॉल के टॉप फ्लोर पर पॉपकॉर्न खाते हुए शेरलॉक होम्स कार्टून देख रही थी। तभी उन्हें अपनी एक बेटी का कॉल आया और कहा कि मॉल के अंदर धुंआ-धुंआ हो रहा है। वे उसे बचाने के लिए सीढ़ीयों की तरफ दौड़े, लेकिन धुंआ को अंदर सांस लेने के कारण वह भी अंदर नहीं जा सके।
उन्होंने वापस नीचे की तरफ लौट कर बचावकर्मियों से अपने बच्चों की मदद की गुहार लगाई। लेकिन जब वे जाने लगे तो उन्हें बिल्डिंग के किसी दूसरे भाग में जाने का निर्देश दे दिया गया। उसने उसे अपने बच्चियों को गैस मास्क भी देने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने मना कर दिया कहा कि वे उसके नियम के खिलाफ है। अलेक्सेंडर रोते हुए कहते हैं कि उनके नियम कानून के कारण मेरी लड़कियां जिंदा जल कर खाक हो गईं। वे उन्हें अब कभी जिंदा नहीं देख पायेंगे।