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अमेरिका ने फिर कहा- पाकिस्‍तान करे आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई, हम देंगे साथ

पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठकों में कर्टिस ने कहा कि अमेरिका, पाक सरकार के साथ एक नए रिश्ते की ओर बढ़ना चाहता है, जो सभी आतंकवादी समूहों को हराने की साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 27 Feb 2018 05:50 PM (IST)Updated: Tue, 27 Feb 2018 05:50 PM (IST)
अमेरिका ने फिर कहा- पाकिस्‍तान करे आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई, हम देंगे साथ
अमेरिका ने फिर कहा- पाकिस्‍तान करे आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई, हम देंगे साथ

इस्‍लामाबाद, पीटीआइ। अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्‍तान से हक्‍कानी नेटवक्र और अन्‍य आतंकवादी समूहों के खिलाफ सख्‍त कदम उठाने के लिए कहा है। राष्ट्रपति और दक्षिण व मध्य एशिया के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ निदेशक की सहायक लीसा कर्टिस ने ये बात पाकिस्‍तान के विदेश सचिव तहमीना जंजुआ, आंतरिक मंत्री अहसान इकबाल और ले. जनरल बिलाल अकबर के साथ हुई मुलाकात के दौरान कही।

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अमेरिकी दूतावास द्वारा जारी के एक बयान में कहा गया, 'कर्टिस ने पाकिस्तान की सरकार से अपने क्षेत्र में हक्‍कानी नेटवर्क और अन्य आतंकवादी समूहों की निरंतर उपस्थिति पर सवाल उठाया। साथ ही उन्‍होंने पाक सरकार से आग्रह किया कि आतंकियों के खिलाफ सख्‍त कदम उठाए जाएं। इस मुलाकात में कर्टिस ने पाकिस्तान में चल रही कमियों के बारे में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की लंबी चिंता का दोहराया।'

हक्‍कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में भारतीयों और अमेरिकियों पर कई हमलों के लिए दोषी ठहराया गया है। साल 2008 में काबुल में भारतीयों पर हुई बमबारी में 58 लोगों की मौत हो गई थी। अमेरिका के खिलाफ कई अपहरण और हमलों के पीछे भी हक्‍कानी नेटवर्क का ही हाथ बताया जाता रहा है। पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठकों में कर्टिस ने कहा कि अमेरिका, पाक सरकार के साथ एक नए रिश्ते की ओर बढ़ना चाहता है, जो सभी आतंकवादी समूहों को हराने की साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है। ये रिश्‍ता क्षेत्रीय स्थिरता व सुरक्षा और अफगानिस्‍तान के शांतिपूर्ण भविष्‍य के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।

उन्‍होंने कहा कि अमेरिका, अफगानिस्‍तान में शांति का माहौल चाहता है। इसके लिए अमेरिका पाकिस्‍तान के साथ मिलकर एक बार फिर काम करने को तैयार है। पाकिस्‍तान को एक अवसर और मिलने का वह प्रतिनिधित्‍व करती हैं। बता दें कि इस्‍लामाबाद की और से आतंकी समूहों के खिलाफ कोई कड़े कदम ना उठाने की वजह से ट्रंप प्रशासन काफी नाराज हैं। डोनाल्‍ड ट्रंप ने इस मुद्दे पर पाकिस्‍तान की कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद से अमेरिका और पाकिस्‍तान के संबंधों में तनाव आ गया है। हालांकि पाकिस्तान अपनी धरती पर किसी भी आतंकवादी समूह की उपस्थिति से इंकार करता रहा है।


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