शिक्षा की बदहाली से गुजर रहा पाकिस्तान, 2030 तक हर चार में से एक बच्चा होगा अनपढ़
युनेस्को ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान में शिक्षा की स्थिति इतनी बदहाल है कि 2030 तक वहां हर चार में से एक बच्चा अपनी प्राथमिक शिक्षा भी पूरी नहीं कर पाएगा।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान (Pakistan) में अर्थव्यवस्था की डांवाडोल स्थिति के बीच शिक्षा की बदहाली को लेकर भी चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में शिक्षा की मौजूदा स्थिति इतनी खराब है कि दुनिया के सतत विकास लक्ष्यों की साल 2030 तक की निर्धारित समय सीमा तक वहां हर चार में से एक बच्चा अपनी प्राथमिक शिक्षा भी पूरी नहीं कर पाएगा। यह रिपोर्ट बताती है कि आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान में किस तरह लोगों को बुनियादी शिक्षा तक नसीब नहीं हो पा रही है।
समाचार पत्र डॉन (Dawn newspaper) की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनेस्को (UNESCO) के आंकड़े बताते हैं कि आने वाले 12 वर्षों में पाकिस्तान शिक्षा के आधे लक्ष्य को ही हासिल कर पाएगा। देश में शिक्षा की जो मौजूदा दर है उसमें 50 फीसद युवा उच्च माध्यमिक तक की पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं। यूनेस्को इंस्टीट्यूट फॉर स्टेटिस्टिक्स के निदेशक सिल्विया मोंटोया (Silvia Montoya) ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की जरूरत है। यदि पाकिस्तान लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सकता है तो इसे निर्धारित करने का कोई मतलब नहीं है। आंकड़ों को दुरुस्त करने के लिए पाकिस्तान को बेहतर वित्त और समन्वय की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान इन दिनों चौतरफा मुश्किलों से घिरा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बहुत नाजुक हालत में है जिसके लिए सख्त सुधारों की जरूरत है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार इस समय 8 अरब डॉलर यानी कि लगभग 55 हजार करोड़ रुपये से भी कम है। आइएमएफ ने कहा है कि बड़ी कमजोर और असंतुलित विकास की वजह से पाकिस्तान आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर रहा है।