इजरायल को मान्यता देने का पाकिस्तान पर है दबाव, लेकिन ऐसा नहीं करेगा पाकिस्तान
जिन देशों ने इजरायल को मान्यता नहीं दे रखी है उनमें पाकिस्तान का नाम भी शामिल है। हालांकि वर्तमान में इजरायल को लेकर कुछ समीकरण जरूर बदले हैं इसके बाद भी पाकिस्तान इजरायल को मान्यता देने के लिए तैयार नहीं है।
इस्लामाबाद (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि जब फिलिस्तीन विवाद सुलझ नहीं जाता है तब तक वो इजरायल से कोई संबंध बनाने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने ये बात एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही है। उन्होंने इस इंटरव्यू में यहां तक कहा कि उनकी सरकार पर इजरायल सरकार को मान्यता देने और उससे संबंध बनाने का दबाव डाला जा रहा है। आपको बता दें कि बीते करीब दो माह के दौरान अरब जगत और इजरायल के बीच नए संबंधों की शुरुआत हुई है। वर्षों से इजरायल को अलग-थलग रखने वाले इजरायल से यूएई के साथ हुए समझौतों ने संबंधों की एक नई इबारत लिखने का काम किया है।
यूएई के बाद कुछ और देशों ने भी इजरायल से समझौता किया है। इस समझौते के बाद इन देशों ने इजरायल की सरकार को सीधेतौर पर मान्यता भी दी है। बावजूद इसके पाकिस्ताान ऐसा करने से साफ इनकार कर रहा है। हालांकि उन्होंने उन देशों का नाम नहीं बताया जो उनपर इसके लिए दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि इन देशों के साथ पाकिस्तान के अच्छे संबंध हैं लिहाजा वो इनका नाम बताकर संबंधों को खराब नहीं कर सकते हैं। इमरान खान का कहना है कि इजरायल से संबंध स्थापित करने और उनकी सरकार को मान्यता देने से पहले फिलिस्तीन के लोगों को की संतुष्टि जरूरी है।
इमरान खान ने ये भी कहा कि जब पाकिस्तान बना था उस वक्त मुहम्मद अली जिन्ना ने भी इजरायल को मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया था। वो भी जिन्ना के ही पद चिन्हों पर चल रहे हैं और इजरायल को मान्यता देने के पक्षधर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में इजरायल पर अमेरिका का जबरदस्त प्रभाव दिखाई देता है। अरब जगत के कुछ देशों के साथ जो इजरायल के समझौते हुए हैं उनमें भी अमेरिका का ही हाथ रहा है।