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पाकिस्तान ने चार साल बाद जेल से रिहा किए 20 भारतीय मछुआरे, अभी भी 588 से ज्यादा भारतीय हैं कैद

पाकिस्तानी जल सीमा में गैरकानूनी रूप से मछली पकड़ने के लिए चार साल जेल की सजा पूरी होने के बाद 20 भारतीय मछुआरे रविवार को लांधी जिला जेल से रिहा हो गए। उन्‍हें सोमवार को वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 14 Nov 2021 05:26 PM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 05:36 PM (IST)
पाकिस्तान ने चार साल बाद जेल से रिहा किए 20 भारतीय मछुआरे, अभी भी 588 से ज्यादा भारतीय हैं कैद
पाकिस्तान में चार साल जेल की सजा पूरी करने के बाद 20 भारतीय मछुआरे जेल से रिहा कर दिए गए।

कराची, पीटीआइ। पाकिस्तानी जल सीमा में गैरकानूनी रूप से मछली पकड़ने के लिए चार साल जेल की सजा पूरी होने के बाद 20 भारतीय मछुआरे रविवार को लांधी जिला जेल से रिहा हो गए। सोमवार को वाघा सीमा पर सभी मछुआरों को भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा। एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने यह जानकारी दी है। लांधी जेल अधीक्षक इर्शाद शाह ने कहा कि अधिकांश मछुआरे गुजरात के हैं। भारतीय अधिकारियों द्वारा उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि करने के बाद सद्भाव के तहत सभी को रिहा किया गया है।

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लांधी जेल (Landhi district jail) अधीक्षक इर्शाद शाह ने कहा, 'इन्होंने चार साल जेल की सजा पूरी कर ली है और सरकार ने रविवार को उन्हें सद्भाव के तहत रिहा किया है।' अलाभकारी समाज कल्याण संगठन ईदी ट्रस्ट फाउंडेशन ने मछुआरों को लाहौर में वाघा सीमा तक पहुंचाने की व्यवस्था की है जहां उन्हें सोमवार को भारतीय अधिकारियों के हवाले किया जाएगा।

इर्शाद शाह ने कहा, 'हमने उन्हें ईदी फाउंडेशन को सौंप दिया है। फाउंडेशन ही उनकी यात्रा एवं अन्य खर्चों का ध्यान रख रहा है। वे लोग अल्लामा इकबाल एक्सप्रेस ट्रेन से लाहौर तक यात्रा करेंगे।' अधिकारी ने कहा कि लांधी जेल में अभी भी 588 से ज्यादा भारतीय नागरिक बंद हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या में मछुआरे हैं। सिंध के गृह विभाग से मंजूरी मिलने के बाद हम उन्हें रिहा कर देंगे।

रिहा किए गए सभी मछुआरे भारत में गुजरात से हैं। वे उन 350 मछुआरों में से हैं जिन्होंने पाकिस्तान में अपनी सजा पूरी कर ली है। इन मछुआरों को छोटे-छोटे समूहों में भारत भेजा जा रहा है। ईधी ट्रस्ट फाउंडेशन नामक पाकिस्तानी एनजीओ इन मछुआरों को वाघा सीमा तक पहुंचाने का काम कर रहा है। एनजीओ का कहना है कि पाकिस्तान की जेलों में अब भी कई भारतीय मछुआरे बंद हैं। फाउंडेशन इन लोगों को भारत भेजने की कोशिश में जुटा है। 


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