पाकिस्तान में खुली पोल, हर साल हजार ईसाई व हिंदू महिलाओं का होता है जबरन मतांतरण
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति अत्याचार थम नहीं रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान में महिलाओं को प्रताड़ित किया जाना आम बात है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक हर साल करीब एक हजार ईसाई और हिंदू महिलाओं को बलपूर्वक इस्लाम कुबूल करवा दिया जाता है।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति अत्याचार थम नहीं रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान में महिलाओं को प्रताड़ित किया जाना आम बात है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक हर साल करीब एक हजार ईसाई और हिंदू महिलाओं को बलपूर्वक इस्लाम कुबूल करवा दिया जाता है। ग्रीक सिटी टाइम्स के मानवाधिकार कार्यकर्ता आशिकनाज खोखर के अनुसार पाकिस्तान में सार्वजनिक स्थानों से धार्मिक अल्पसंख्यकों की नाबालिक लड़कियों को अपहृत करके इस्लाम धर्म कुबूल करवाया जाता है।
ईसाई लड़की का मुस्लिम लड़के का किया जबरन अपहरण
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है। पाकिस्तानी संसद ने भी बलपूर्वक मतांतरण करवाने पर कोई भी बिल पारित करने से इन्कार कर दिया है। इसी तरह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक और ईसाई लड़की का एक मुस्लिम लड़के ने जबरन अपहरण कर लिया है। इसीतरह पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में 12 वर्षीय मीरब अब्बास को मुहम्मद दाऊद ने अगवा कर लिया।
करीब 6,754 महिलाओं का अपहरण
दुनिया न्यूज पोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है। अकेले पंजाब प्रांत में वर्ष 2021 के शुरुआती छह महीनों में करीब 6,754 महिलाओं का अपहरण हो चुका है। इनमें से 1890 महिलाओं से दुष्कर्म किया गया, जबकि 3721 महिलाओं को प्रताडि़त किया गया। करीब 752 बच्चों से भी दुष्कर्म किया गया। विगत 30 अगस्त को ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल पाकिस्तान के बोर्ड आफ ट्रस्टीज ने महिलाओं पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई है।