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बम धमाके के बीच इमरान के खिलाफ क्‍वेटा में तीसरी बड़ी रैली में उमड़ा हुजूम, नेता बोले- गद्दी खाली करो

पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ 11 विपक्षी दलों के संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने क्वेटा में तीसरी बड़ी रैली की। सभा स्थल से कुछ किमी दूर एक शक्तिशाली विस्फोट भी हुआ जिसमें तीन लोग मारे गए जबकि सात अन्य घायल हो गए।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 11:55 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 06:35 AM (IST)
बम धमाके के बीच इमरान के खिलाफ क्‍वेटा में तीसरी बड़ी रैली में उमड़ा हुजूम, नेता बोले- गद्दी खाली करो
पाकिस्तान में 11 विपक्षी दलों के संगठन पीडीएम ने क्वेटा में तीसरी बड़ी रैली की।

कराची, पीटीआइ। पाकिस्तान में इमरान सरकार की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। सुरक्षा बलों के द्वारा मुश्किलें खड़ी करने के बाद भी 11 विपक्षी दलों के संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने क्वेटा में तीसरी बड़ी रैली की। इस रैली को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने हमले की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी हजारों की भीड़ जमा हुई। सभा स्थल से कुछ किमी दूर ही एक शक्तिशाली विस्फोट भी हुआ जिसमें तीन लोग मारे गए जबकि सात अन्य घायल हो गए।

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धमाका क्वेटा के हजरतगंज क्षेत्र में एक बाजार में हुआ जो रैली स्थल से 35-40 किलोमीटर दूर है। रैली को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वीडियो लिंक के जरिये लंदन से संबोधित किया। सभा को पीडीएम के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान व गठबंधन के अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। नवाज शरीफ की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि पाकिस्तान की किस्मत को बदलने का समय अब आ गया है।

मरयम नवाज बलूचिस्तान के लोगों की समस्या भी उठाई। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, ये कैसा लोकतंत्र है, जहां पर प्रेस और अदालत दोनों ही आजाद नहीं हैं। रैली में बलूच नेशनल पार्टी के अध्यक्ष सरकार अख्तर मेंगल ने भी शिरकत की। इससे पहले सरकार के आलोचक मोहसिन डाबर को रैली में भाग लेने के लिए जाते हुए क्वेटा एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया। बावजूद विपक्ष ने गद्दी खाली करो के साथ हुंकार भरा...

सरकार विरोधी रैली को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध के पीछे पूरी सेना नहीं थी, बल्कि इसमें कुछ जनरलों का हाथ था। नवाज ने कहा, उन जनरलों ने न सिर्फ पूरी सेना को युद्ध में झोंक दिया, बल्कि देश और समाज को भी ऐसी जगह ला खड़ा किया, जिससे कुछ हासिल नहीं होना था। सैनिकों के पास हथियार तक नहीं था। उनके पास खाने-पीने का सामान नहीं था।

शरीफ ने कहा कि सैनिकों ने अपना जीवन न्योछावर कर दिया लेकिन, देश और समाज को क्या मिला? नवाज ने सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और आइएसआइ के महानिदेशक फैज हमीद पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाक की दुर्दशा के लिए ये दोनों ही जिम्मेदार हैं। हिंसा में भी यही दोनों अधिकारी लिप्त हैं। जनता की आवाज को कोई नहीं दबा सकता। गुजरांवाला और कराची के बाद क्वेटा की रैली ने दिखा दिया है कि इमरान सरकार अब नहीं टिक पाएगी।


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