COVID-19: गुलाम कश्मीर के दुकानों में बेची जा रही राहत सामग्री, गरीबों के साथ हो रहा धोखा
राहत के तौर पर दिए जाने वाले सामानों तक गरीबों को नहीं पहुंचने दिया जा रहा है बल्कि बिक्री मीरपुर के दुकानों में हो रही है।
मीरपुर, एएनआइ। कोरोना वायरस संक्रमण से जारी संकट के बीच पाकिस्तान में गरीबों के साथ अधिकारियों द्वारा किए जा रहे धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दरअसल, पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा गरीबो को दी जाने वाली राहत सामग्रियां खुदरा दुकानों में बेची जा रही है। इन सामानों में राहत सामान और आवश्यक खाद्य सामग्रियां हैं जो कोरोना वायरस के संकट में गरीबों तक पहुंचना जरूरी है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मीरपुर में खुदरा दुकानों में वैसे सामानों की बिक्री की जा रही है जो गरीबों के लिए राहत सामग्री के लिए भेजी गई थीं। एक स्थानीय नागरिक ने कहा, ‘आटे से भरा ट्रक आया था लेकिन हमें इसे खरीदने के लिए मार्केट जाने को कहा गया। ये पाकिस्तानी अधिकारी धोखा दे रहे हैं।’
स्थानीय नागरिक ने बताया, 'करीब रोज दिन पाकिस्तानी अधिकारी हमसे दो घंटे का इंतजार करवाते हैं। जब हमने तहसील अधिकारियों से इस बात की शिकायत की तब उन्होंने कहा कि दोपहर दो बजे के बाद वे आएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे। उन्होंने हमें बताया की पास के ही रिटेल स्टोर के पास आटा लेकर ट्रक आने वाला है। लेकिन जब हमने इस बात की जांच की तो ऐसा कुछ नहीं था। वहां एक भी शख्स कुछ नहीं बेच रहा था।’ उन्होंने आगे बताया, ‘ इसके बाद अधिकारियों ने हमें बताया कि डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर लोगों के मोबाइल नंबर लिख लेगा और ट्रक के आते ही सूचित करेगा। लेकिन ऐसा कोई फोन नहीं आया।'
पूरी दुनिया के विभिन्न देशों में जब सरकार राहत सामग्री, मेडिकल सहायता आदि मुहैया करा रही है पाकिस्तान इस संकट में भी अपने ही जुगाड़ में लगा है। हालात काफी खराब हैं और इसपर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इस संकट के हालात में खराब प्रबंध इमरान सरकार की असफलता को दर्शाता है। दुनिया की जनसंख्या बहुल देशों में पांचवें पायदान पर खड़ा पाकिस्तान अपनी जनता की सुरक्षा नहीं कर पा रहा है।
बुधवार को पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले का आंकड़ा काफी बढ़ गया और संक्रमित लोगों की संख्या 2238 हो गई। देश में इस संक्रमण के कारण 31 लोगों की मौत हो गई।