PM इमरान के भांजे के खिलाफ कोर्ट पहुंची पाकिस्तान की पंजाब सरकार, जानें क्या है वजह
बीते दिनों प्रधानमंत्री इमरान खान के भांजे हसन नियाजी समेत सात अन्य वकीलों ने एक अस्पताल में उपद्रव किया था जिसमें पंजाब प्रांत की सरकार लाहौर हाई कोर्ट पहुंची है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। प्रधानमंत्री इमरान खान के भांजे हसन नियाजी समेत सात अन्य वकीलों की गिरफ्तारी के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार लाहौर हाई कोर्ट पहुंची है। प्रांत के एक अस्पताल में गत दिसंबर में नियाजी समेत सैकड़ों वकीलों ने जमकर तोड़फोड़ की थी। इस मामले में आरोपित 52 वकीलों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारी से बचने के लिए हसन ट्रायल कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने में कामयाब रहे थे। इसी के खिलाफ शनिवार को पंजाब सरकार के वकील ने लाहौर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
करीब 250 वकीलों की भीड़ ने गत 11 दिसंबर को पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में घुसकर तोड़फोड़ और डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार किया था। कहा जा रहा है कि चिकित्सीय उपकरणों को नुकसान पहुंचाए जाने के कारण कई मरीजों की मौत हो गई थी। इस घटना से इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भतीजे हसन नियाजी की गुंडागर्दी के कई और मामले भी सामने आए हैं।
अभी कुछ दिन पहले एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह एक सड़क दुर्घटना के बाद ड्राइवर के साथ गुंडागर्दी करते दिख रहा है। वीडियो में हसन नियाजी एक कार ड्राइवर के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते दिख रहा है। यही नहीं दो पुलिसकर्मियों को मौजूदगी में उसे कार को लात मारते हुए भी देखा जा सकता है। वीडियो में पुलिस, इमरान के भतीजे हसन नियाज़ी और ड्राइवर के बीच बीच-बचाव की कोशिश करती दिखी थी। एक पुलिस अधिकारी ने तब बताया था कि जियाफ अली रोड पर नियाजी और दूसरे शख्स की कारों के बीच मामूली दुर्घटना के बाद यह झड़प हुई थी। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, नियाजी ने तब ड्राइवर से चाबी छीन ली थी।