Move to Jagran APP

पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून के प्रकाशन को लेकर पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन

ग्लोबल वाच एनालिसिस के मुताबिक मैगजीन द्वारा फिर से पैगंबर मोहम्मद के कार्टून पब्लिश किए गए हैं इससे पहले 2015 में भी वो ऐसा कर चुकी है। मैगजीन के इस कदम की ईरान और इस्लामिक कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन ने निंदा की है।

By Neel RajputEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 08:14 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 08:14 AM (IST)
पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून के प्रकाशन को लेकर पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन
ईरान और इस्लामिक कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन ने की निंदा

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में शार्ली एब्डो मैगजीन द्वारा पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून पब्लिश किए जाने के बाद हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। ग्लोबल वाच एनालिसिस के मुताबिक, मैगजीन द्वारा फिर से पैगंबर मोहम्मद के कार्टून पब्लिश किए गए हैं, इससे पहले 2015 में भी वो ऐसा कर चुकी है। दो सितंबर को वेबसाइट द्वारा ये कार्टून पब्लिश किए गए थे, जिसके बाद लोग गुस्से में आ गए और प्रदर्शन शुरू हो गए। 

loksabha election banner

ग्लोबल वाच एनालिसिस की एक रिपोर्ट के मुताबिक रोलैंड जैक्वार्ड गोल्बल सिक्योरिटी कंसल्टिंग के चेयरमैन रोलैंड जैक्वार्ड ने बताया कि यह वही कार्टून हैं जो शार्ली एब्डो द्वारा साल 2015 में छापे गए थे, जिसके बाद उसके कार्यालय पर हमले हुए थे। बता दें कि शार्ली एब्डो फ्रांस की एक वीकली मैगजीन है।

मैगजीन द्वारा पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून के प्रकाशन के बाद ईरान और इस्लामिक कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन ने इसकी निंदा की है। इसके अलावा अलकायदा ने मैगजीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि 2015 का हमला अकेला हमला नहीं था। वहीं, मैगजीन के इस कदम के विरोध में प्रदर्शन भी किए गए।

जैक्वार्ड ने कहा कि फ्रांस के खिलाफ सबसे ज्यादा शक्तिशाली और विषैली प्रतिक्रिया पाकिस्तान में देखने को मिली है। यहां उग्र इस्लामिक संगठनों ने सड़कों पर प्रदर्शन किए और फ्रांसिसि राजदूत मार्क बैरेटी (Marc Barety) को निष्कासित करने और फ्रांस के साथ राजनयिक संबंधों को निलंबित करने का आह्वान किया।

इन विरोध प्रदर्शनों का आयोजन राजनीतिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बाइक पाकिस्तान (Tehreek-e-Labbaik Pakistan,TLP) के नेतृत्व में किया गया। इसके तहत इस्लामाबाद, मुल्तान और कराची में प्रदर्शन किए गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस के झंडे भी जलाए। इसके अलावा पार्टी द्वारा एक सोशल मीडिया कैंपेन भी चलाया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.