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Covid-19 लॉकडाउन के बीच POK में बढ़ा पुलिस का अत्याचार, महिला बोलीं- आज देखा पुलिस का असली चेहरा

माथे पर पट्टी बांधे हुए महिला ने कहा पुलिसकर्मियों ने मेरे पति के हाथों पर मारा और उसने रिक्शा पर नियंत्रण खो दिया। उन्होंने हम पर हमला किया जैसे कि हम चोर और डकैत हों।

By Nitin AroraEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 09:45 AM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 09:45 AM (IST)
Covid-19 लॉकडाउन के बीच POK में बढ़ा पुलिस का अत्याचार, महिला बोलीं- आज देखा पुलिस का असली चेहरा
Covid-19 लॉकडाउन के बीच POK में बढ़ा पुलिस का अत्याचार, महिला बोलीं- आज देखा पुलिस का असली चेहरा

मुजफ्फराबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद शहर में पुलिसकर्मियों ने एक ई-रिक्शा मालिक और उसकी महिला परिवार के सदस्यों पर क्रूरतापूर्वक हमला किया। जब वे मेडिकल जांच के लिए जा रहे थे तब यह हमला किया गया। कोविड -19 के प्रकोप को कम करने के लिए सरकार ने इस क्षेत्र में लॉकडाउन का आदेश दे रखा है। इस बीच गरीब लोगों को चिकित्सा जांच के लिए जाने की अनुमति नहीं है।

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हमले में घायल हुए ई-रिक्शा मालिक ने इस घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'हम अस्पताल जा रहे थे। रिक्शा के अलावा कोई अन्य वाहन उपलब्ध नहीं था। हमने दो चौकियों को पार किया और पुलिसकर्मियों को दस्तावेज दिखाए। जब हम अपने गंतव्य के पास पहुंचे, तो कोई पुलिसकर्मी वहां नहीं था। वे छिपे हुए थे। कहीं से आए और अचानक लाठी से हम पर हमला किया। उन्होंने कहा, 'हमारा रिक्शा नाले में गिर गया। हम तीन परिवार के सदस्य थे। मेरी पत्नी और भाभी मेरे साथ थीं। रिक्शा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और हम सभी घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने हमें बचाया।'

उनकी पत्नी ने कहा, 'मुझे मासिक चिकित्सा जांच की आवश्यकता है, लेकिन मैं लॉकडाउन के कारण पिछले दो महीनों से घर पर थी। मैंने अपने पति को एक वाहन की व्यवस्था करने और मुझे मेडिकल चेकअप के लिए ले जाने के लिए मना लिया। हम किसी भी वाहन की व्यवस्था करने में विफल रहीं। अपना खुद का रिक्शा लेने का फैसला किया। मुझे लगा कि हमारी पुलिस हमारी मदद करेगी, लेकिन आज मैंने पुलिस का असली चेहरा देखा है'।

माथे पर पट्टी बांधे हुए महिला ने कहा, 'पुलिसकर्मियों ने मेरे पति के हाथों पर मारा और उसने रिक्शा पर नियंत्रण खो दिया। उन्होंने हम पर हमला किया जैसे कि हम चोर और डकैत हों। यह ऐसा है जैसे हम इस क्षेत्र के निवासी नहीं हैं। पिछले तीन महीनों से बेरोजगार हैं और अब हमें स्वास्थ्य जांच के लिए जाने की भी अनुमति नहीं है।' उन्होंने कहा, ' हमें मारने की कोशिश की, लेकिन हम ईश्वर की कृपा से सुरक्षित हैं। मैं केवल यह मांग करती हूं कि हमारे रिक्शे की मरम्मत होनी चाहिए।'

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में केवल 148 कोविड -19 मामले दर्ज किए गए हैं। क्षेत्र में महामारी से लड़ने के लिए उचित कोरोना परीक्षण सुविधाओं और विशेषज्ञ चिकित्सा कर्मचारियों का अभाव है। क्षेत्र के लोग पिछले दो महीनों से लॉकडाउन में रह रहे हैं।


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