पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज की बेटी मरयम भ्रष्टाचार मामले में बरी, चुनाव लड़ने का रास्ता हुआ साफ
Maryam Nawaz acquittal सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरयम नवाज के लिए चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार के एक मामले में उनको बरी कर दिया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
इस्लामाबाद, पीटीआइ। सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरयम नवाज को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार के एक मामले में गुरुवार को बरी कर दिया। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम का बरी होना सत्ताधारी पार्टी के लिए एक बड़ी कानूनी विजय है। इस फैसले के बाद अब मरयम के लिए चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है। भ्रष्टाचार विरोधी अदालत ने जुलाई 2018 में एवेनफील्ड संपत्ति मामले में मरयम और उनके पति मुहम्मद सफदर को दोषी करार दिया था।
कोई तथ्य प्रस्तुत नहीं कर सकी एनएबी
पति-पत्नी ने भ्रष्टाचार अदालत के आदेश को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने उनकी अपील स्वीकार कर ली। जस्टिस आमेर फारूक और जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी की दो सदस्यीय पीठ ने उनकी अपील पर सुनवाई करते हुए कहा कि जांच अधिकारी की राय को प्रमाण के रूप में नहीं लिया जा सकता। जस्टिस कयानी ने कहा, 'संयुक्त जांच टीम कोई तथ्य प्रस्तुत नहीं कर सकी। इसने सिर्फ सूचनाएं एकत्र कीं।'
आरोप स्थापित करने में विफल रहा एनएबी
सुनवाई के अंत में पीठ ने कहा कि मामले में अभियोजक राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) भ्रष्टाचार का आरोप स्थापित करने में विफल रहा। पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने दावा किया था कि नवाज शरीफ और उनके बच्चों ने भ्रष्ट या अवैध तरीकों से अपार्टमेंट खरीदे थे। एनएबी ने मरियम नवाज शरीफ पर 2006 के फर्जी ट्रस्ट डीड तैयार करने का भी आरोप लगाया, जिस पर उनके पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर ने भी गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए थे।
शहबाज शरीफ बोले- झूठ की इमारत हुई ध्वस्त
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत की ओर से बरी किए जाने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पीएमएल-एन नेता ने कहा कि उनके पिता नवाज शरीफ बलिदान के लिए तैयार थे। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Nawaz Sharif) ने कहा कि झूठ और चरित्र हनन की इमारत ढह गई है। एवेनफील्ड संपत्ति मामले में मरियम का बरी होना तथाकथित जवाबदेही प्रणाली के मुंह पर एक तमाचा है जिसका इस्तेमाल शरीफ परिवार को निशाना बनाने के लिए किया गया था।
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