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मुशर्रफ ने छोड़ा अपनी सियासी पार्टी का अध्यक्ष पद, अमजद होंगे पार्टी के नए सुप्रीमो

एपीएमएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बावजूद मुशर्रफ पार्टी के सुप्रीमो बने रहेंगे।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 03:55 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 09:06 AM (IST)
मुशर्रफ ने छोड़ा अपनी सियासी पार्टी का अध्यक्ष पद, अमजद होंगे पार्टी के नए सुप्रीमो
मुशर्रफ ने छोड़ा अपनी सियासी पार्टी का अध्यक्ष पद, अमजद होंगे पार्टी के नए सुप्रीमो

इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने अपनी सियासी पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी का नया अध्यक्ष मुहम्मद अमजद को बनाया गया है। वह इससे पहले एपीएमएल के महासचिव थे। अमजद ने कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति के इस्तीफे के बारे में पाकिस्तान के चुनाव आयोग को सूचित कर दिया गया है। उनके लिए विदेश से पार्टी को संचालित करना संभव नहीं है।'

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पिछले सप्ताह चुनाव आयोग ने चितराल सीट से मुशर्रफ का नामांकन खारिज कर दिया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अपने उस सशर्त आदेश को वापस ले लिया था जिसमें कोर्ट ने उन्हें 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव में नामांकन भरने की अनुमति इस शर्त पर दी थी कि वह 13 जून तक पाकिस्तान लौट आएंगे। जियो न्यूज के अनुसार, एपीएमएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बावजूद मुशर्रफ पार्टी के सुप्रीमो बने रहेंगे।

देशद्रोह के आरोपों में घिरे 74 साल के मुशर्रफ 2016 से ही पाकिस्तान से बाहर हैं। उन्होंने वर्ष 2010 में एपीएमएल की स्थापना की थी। उनकी पार्टी ने 2013 के आम चुनाव का बहिष्कार किया था।

डॉ अमजद ने डॉन न्‍यूज टीवी को बताया कि पेशावर हाईकोर्ट के 2013 वाले फैसले के कारण मुशर्रफ ने अपना इस्तीफा 18 जून को ही पार्टी को भेज दिया था। कोर्ट ने फैसले में मुशर्रफ को आजीवन राजनीति से अयोग्य करार दिया था। मुशर्रफ मार्च 2016 में पाकिस्तान छोड़कर दुबई चले गए थे। उन्होंने पेशावर हाईकोर्ट के फैसले को लेकर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की और फैसले को निरस्‍त करने की मांग की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में मुशर्रफ से कहा था कि यदि वह 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव में लड़ना चाहते हैं तो वह पाकिस्तान लौटें।

पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने गुरुवार को कहा कि वह पाकिस्तान लौटने वाले थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के गिरफ्तारी आदेश के बाद उन्हें अपनी योजना बदलने को विवश होना पड़ा। पूर्व राष्ट्रपति ने वीडियो लिंक के जरिए संवाददाताओं से कहा कि ‘अदालत में मेरी पेशी से पहले मुझे गिरफ्तार करने पर रोक’ के कोर्ट के फैसले ने ‘लौटने की मेरी योजना पर पुन: सोचने को मजबूर कर दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘यदि मुझे अदालत में पेशी के बाद गिरफ्तार कर लिया जाता है तो मेरी वापसी का देश को कोई फायदा नहीं होगा।‘ मुशर्रफ ने कहा, ‘पूरी दुनिया जानती है कि मैं कायर नहीं हूं, लेकिन अब मैं वापसी के लिए उचित समय का इंतजार करूंगा।‘

मुशर्रफ ने अपनी पार्टी आल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के टिकट पर दो सीटों से नामांकन भरा था , लेकिन चुनाव अधिकारी द्वारा चित्राल एन ए -1 सीट से उनका नामांकन खारिज कर दिए जाने के बाद उन्होंने कराची की एन ए -247 सीट से भी तब खुद ही नामांकन वापस ले लिया जब उनसे चुनाव अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया।

कुछ दिनों पहले ही चुनाव आयोग ने मुशर्रफ का एनए-1 चित्राल से नामांकन पत्र खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुशर्रफ को आगामी चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की सशर्त मंजूरी को वापस लेने के बाद उनका नामांकन खारिज किया गया। कोर्ट ने मुशर्रफ के अदालत में पेश नहीं होने पर अपनी सशर्त मंजूरी वापस ले ली। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, इससे पहले अहमद पार्टी के महासचिव थे। उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है। वह अब पार्टी के सभी मामलों को निर्देशित करेंगे और एपीएमएल की चुनाव में भूमिका तय करेंगे।


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