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पाक आर्मी के लोगों ने एक और बलूच महिला को उसके बच्‍चे के सामने बर्बरता से मार डाला

पाकिस्‍तान में डंपेन में एक बलूच महिला कुलसुम बलूच की रविवार रात को उसके घर में उसके बच्‍चे के सामने हत्‍या कर दी गई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 08:00 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 08:00 PM (IST)
पाक आर्मी के लोगों ने एक और बलूच महिला को उसके बच्‍चे के सामने बर्बरता से मार डाला
पाक आर्मी के लोगों ने एक और बलूच महिला को उसके बच्‍चे के सामने बर्बरता से मार डाला

क्‍वेटा, एएनआइ। पाकिस्‍तान के बलूचिस्‍तान में राज्‍य प्रायोजित नरसंहार में एक और बलूच महिला को जान गंवानी पड़ी। बलूच राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि एक बलूच महिला, जिसकी पहचान कुलसुम बलूच के रूप में हुई, रविवार रात को डंपेन में उसके घर में लुटेरों द्वारा मार दी गई। सूत्रों के मुताबिक, उसका गला उसके बच्चों के सामने काट दिया गया। पीड़िता के परिवार वालों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि कुलसुम की अमानवीय हत्या के बाद उसका बच्चे अभी भी गंभीर सदमे में है। वह अभी भी बेहोश है।

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 हत्‍या के जरिए दिया गया संदेश

बलूच राजनीतिक और सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं का मानना है कि ये घटनाएं केवल डकैती के साधारण मामले नहीं हैं, बल्कि राज्य समर्थित पाकिस्‍तानी आर्मी के मौत के दस्‍तों द्वारा पूर्व नियोजित हमले हैं जो राज्य की पहुंच से बाहर होने पर बलूच राजनीतिक कार्यकर्ताओं को संदेश देते हैं कि वे उनके परिवारों पर हमला कर सकते हैं। 

बलूच परिवारों को बनाया जा रहा निशाना 

बलूच पत्रकार सोहैब बलूच ने ट्वीट किया कि क्या दन्नुक और दाजिन की घटनाओं का उद्देश्‍य सिर्फ लूटपाट करना है? ऐसा लगता है कि मौत के दस्तों का इस्तेमाल बलूच कार्यकर्ताओं को संदेश देने के लिए किया जा रहा है कि उनके परिवारों को भी निशाना बनाया जा सकता है। इसे सिर्फ एक लूट बताकर क्रूरता से राज्य दूर हो जाएगा?"    

बलूच नेशनल मूवमेंट (यूनाइटेड किंगडम जोन) के अध्यक्ष हकीम बलूच ने कहा कि डकैतियों की ये घटना इतनी सरल नहीं हैं। घटना को अंजाम देने वाले सिर्फ ठग या नशेड़ी नहीं हैं जो बलूच लोगों के घरों में घुसकर महिलाओं की हत्या करते हैं और बच्चों को घायल करते हैं। बलूचों के खिलाफ राज्य द्वारा जानबूझ किया जाने वाला उत्पीड़न है।  

इसी तरह यूएनएचआरसी में बलूच रिपब्लिकन पार्टी के प्रतिनिधि अब्दुल बुगती ने ट्वीट किया है कि यह एक स्पष्ट संदेश है कि वे 'गैर राज्य लोगों' या मौत के दस्ते का उपयोग करके हमारे परिवारों को निशाना बना सकते हैं। यह महिला कार्यकर्ताओं के लिए भी खतरा है। चूंकि पुरुषों को व्यवस्थित रूप से निशाना बनाने और अपनी जमीन से हटाने के बाद वे सबसे आगे हैं। 


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