कोरोना महामारी के बीच पाक के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
पाकिस्तान की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने जमीन से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
लाहौर, प्रेट्र। पाकिस्तान की एक भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने रविवार को 34 साल पुराने जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। बता दें कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के 70 वर्षीय प्रमुख फिलहाल लंदन में इलाज करा रहे हैं। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के एक अधिकारी ने बताया, 'जंग समूह के प्रधान संपादक मीर शकीलुर रहमान से जुड़े जमीन के एक मामले के सिलसिले में पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ के खिलाफ एनएबी ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।'
उन्होंने बताया, 'शरीफ को नोटिस और प्रश्नावली भेजी गई है। हालांकि उनकी ओर से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।' अधिकारी ने कहा कि अगर शरीफ जांच में सहयोग नहीं करते हैं तो उन्हें भगोड़ा घोषित करने के लिए एनएबी की ओर से राष्ट्रीय जवाबदेही कोर्ट में अपील की जाएगी। एक बार शरीफ को भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद उनके प्रत्यर्पण की कोशिश शुरू की जाएगी।
बता दें कि शरीफ को 27 मार्च को एनएबी ने प्रश्नावली भेजने के साथ ही बयान दर्ज कराने के लिए 31 मार्च को अपने कार्यालय बुलाया था। जंग ग्रुप जिसे जियो ग्रुप के तौर पर भी जाना जाता है, वह दुबई स्थित इंडिपेंडेंट मीडिया कारपोरेशन की सहायक कंपनी है। 12 मार्च को एनएबी ने इस मामले में रहमान को गिरफ्तार किया था।
बाद में उन्हें कोर्ट ने 28 अप्रैल तक एनएबी की रिमांड पर भेज दिया था। जंग/जियो मीडिया समूह के प्रधान संपादक रहमान पर आरोप है कि 1986 में नवाज शरीफ के लाहौर के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्होंने प्राइम एरिया में 54 कनाल (6.75 एकड़ भूमि) जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था।