पाकिस्तान में मतदान के बीच चैनलों पर चुनाव से संबंधित सामग्री दिखाने पर लगी रोक
पेमेरा ने जारी बयान में कहा है कि चुनाव अभियान या राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों के पुराने प्रचार को तुरंत रोक दिया जाना चाहिए।
इस्लामाबाद [ एजेंसी ]। पाकिस्तान में मतदान के बीच निजी टीवी चैनलों को आम चुनाव से संबंधित किसी भी सामग्री को दिखाने पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमेरा) ने यह कदम चुनाव आयोग द्वारा जारी चिंताओं के बाद उठाया है।
पेमेरा ने जारी बयान में कहा है कि चुनाव अभियान या राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों के पुराने प्रचार को तुरंत रोक दिया जाना चाहिए। डॉन के अनुसार, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) की चिंताओं के बीच पेमेरा ने यह कदम उठाया है। ईसीपी का दावा है कि निजी टीवी चैनलों द्वारा आचार संहिंता का उल्लंघन किया जा रहा है।
ईसीपी के अनुसार, पाकिस्तान में 23 जुलाई को चुनाव प्रचार बंद हो जाने के बाद भी टीवी चैनल विभिन्न राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार अभियान के फुटेज प्रसारित कर रहे हैं। पेमेरा का दावा है कि चैनलों पर राजनीतिक दलों की सभाओं, रैलियों, रोडशो और राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान टीवी पर दिखाया जा रहा है। यहा चुनाव आचार सहिंता का सरासर उल्लंघन है। पेमेरा ने इन चैनलों को किसी भी राय को, चुनाव या सर्वेक्षणों को प्रसारित नहीं करने का निर्देश दिया है, क्योंकि इससे मतदाताओं और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित किया जा सकता है।
कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान में मतदान जारी
इस बीच पाकिस्तान में नई सरकार चुनने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी है। चुनाव से पहले कराए गए कई सर्वे से जाहिर होता है कि इस बार का मुकाबला काफी दिलचस्प है। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान और भ्रष्टाचार मामले में जेल की सजा काट रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टियां एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) इस मुकाबले में तीसरे स्थान पर है, लेकिन किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने की सूरत में उसकी भूमिका अहम हो सकती है। शाम छह बजे मतदान खत्म होते ही वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी।