पाकिस्तान पर कोरोना की तगड़ी मार, वायरस से लड़ने को विश्व बैंक से 1500 करोड़ का लेगा कर्ज
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान पर कोरोना वायरस की तगड़ी मार पड़ी है। पाकिस्तान ने मुल्क में लैब क्षमता बढ़ाने के लिए विश्व बैंक से 20 करोड़ डॉलर का कर्ज मांगा है।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए विश्व बैंक के आगे हाथ फैलाए हैं। उसने संसाधनों की कमी से जूझ रहे मुल्क के 270 सरकारी अस्पतालों और लैब क्षमता बढ़ाने के लिए विश्व बैंक से 20 करोड़ डॉलर (करीब 1500 करोड़ रुपये) का कर्ज मांगा है। पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 246 हो गई है और पहली मौत की भी खबर है।
आर्थिक सहायता पैकेज पर जारी है बातचीत
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, योजना आयोग के चेयरमैन की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में कोरोना वायरस से मुकाबले की योजना को मंजूरी दी गई। इस बीच विश्व बैंक की स्थानीय प्रवक्ता मरियम अल्ताफ ने भी कहा, 'कोरोना वायरस से प्रभावी मुकाबले के लिए पाकिस्तान की सरकार और विश्व बैंक के बीच 20 करोड़ डॉलर तक के आर्थिक सहायता पैकेज पर बातचीत चल रही है।'
प्रकोप बढ़ा तो मुल्क नहीं कर पाएगा सामना: इमरान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि अगर कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा तो मुल्क इस पर अंकुश लगाने में सक्षम नहीं है। महामारी से मुकाबले के लिए संसाधनों की भारी कमी है। मुल्क की जन स्वास्थ्य प्रणाली बड़ी संख्या में रोगियों का सामना नहीं कर पाएगी।
एडीबी ने भी आर्थिक मदद का भरोसा दिया
वहीं एशियाई विकास बैंक (Asian Development Bank, ADB) ने भी अपने विकासशील सदस्यों को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए 650 करोड़ डॉलर (करीब 45,500 करोड़ रुपये) की वित्तीय मदद देने का भरोसा दिया है। बैंक ने कहा है कि इस शुरुआती पैकेज का मकसद विकासशील सदस्य देशों (DMC) को कोरोना से लड़ने के लिए तत्काल मदद मुहैया कराना है। यह बैंक एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में सतत विकास और गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में काम करता है।